छह दिवसीय आवासीय शिविर का तीसरा दिन
उदयपुर। आज का युग ऐसा है जहां अपनी आवाज और पर्सनालिटी के दम पर आज अपना करियर बना सकते हैं। जिस अमिताभ बच्चन को आकाशवाणी में आवाज की वजह से निकाल दिया गया था आज वही अमिताभ बच्चन अपनी आवाज की वजह से पहचाने जाते हैं। कम्युनिकेशन स्किल होनी चाहिए।
ये विचार फैकल्टी आॅफ मैनेजमेंट स्टडीज के प्रो. अनिल कोठारी ने व्यक्त किए। वे शुक्रवार को राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से राज्यस्तरीय एवं जिला स्तरीय मेरिट सूची में आने वाले संभाग भर के छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व विकास के लिए गायरियावास स्थित महावीर एकेडमी में आयोजित छह दिवसीय उन्नयन एवं संप्रेषण कौशल आवासीय शिविर के तीसरे दिन प्रेरक वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे।
शिविर संयोजक राजकुमार फत्तावत ने बताया कि राज्य भर में संभागस्तरीय चल रहे ऐसे शिविरों में उदयपुर के शिविर में लगभग सौ से अधिक प्रतिभागी छात्र-छात्राएं हिस्सा ले रहे हैं। रविवार को राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. बीएल चैधरी भी निरीक्षण करेंगे। इससे पहले सुबह योग एवं प्राणायाम भी करवाए गए। चन्द्रप्रकाश पोरवाल एवं संगीता पोरवाल ने योग एवं प्राणायाम का अर्थ बताते हुए करीब एक घंटे तक अभ्यास कराया।
प्रो. कोठारी ने कम्युनिकेशन स्किल एवं पब्लिक स्पीकिंग पर कहा कि पढ़ने की आदत डालें। पढ़ंेगे नही ंतो बोल नहीं पाएंगे। आज के इस युग में मोबाइल ने पढ़ने की आदत भुला दी है। इफेक्टिव कम्युनिकेशन के लिए लिसनिंग, स्पीकिंग, रीडिंग एवं राइटिंग बढ़िया होनी चाहिए। अपने काम को प्रजेन्ट करना भी एक स्किल है।
दूसरे सत्र में मोटीवेशनल स्पीकर यशदेव सिंह ने अपना लक्ष्य तय कर उसे हासिल करने के तरीके बताए। यशदेव सिंह के प्रेरक वक्तव्य पर छात्र-छात्राओं ने खूब जमकर तालियां बजाई।
लंच के बाद तीसरे सत्र में प्रवीणा जैन ने बच्चों को क्रिएटिव कार्य करने पर बल दिया। घर में पड़े वेस्ट से कैसे और क्या बेस्ट बना सकते हैं, इस पर उन्होंने जानकारी दी।
चैथे सत्र में शाम को शारीरिक शिक्षक चुन्नीलाल चंदेरिया के संयोजन में कबड्डी मैच हुए। रात्रि भोजन के बाद मनोरंजन सत्र में नाटक, मिमिक्री एवं मनोएक्टिंग के माध्यम से स्वच्छ भारत, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, डिजीटल इंडिया भ्रष्टाचारमुक्त भारत आदि विषयों पर अपनी प्रस्तुतियां दी।