उदयपुर। वर्तमान समय में रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में सोलर एनर्जी का महत्वपूर्ण योगदान है क्योकि यह आसानी से तथा कम लागत मूल्य में उपलब्ध है। भारत सरकार द्वारा सोलर एनर्जी पर आधारित उपकरणों को बढ़ावा देने के लिए बड़ी मात्रा में सब्सिडी दी जा रही है।
संस्था निदेशक पीयूष जवेरिया ने बताया कि विश्वविद्यालय भी सोलर आधारित उपकरणों को बनाने के लिए छात्रों को मार्गदर्शन उपलब्ध करा रहा है| इससे प्रेरित होकर फेकल्टी ऑफ़ इंजीनियरिंग के मैकेनिकल संकाय के पांच छात्रों परमवीर सिंह, मुनीश शर्मा, मकेश सिंह, विंकल सिंह तथा खारवा शुभम ने संकाय प्रनुख अहसान हबीब तथा सहायक आचार्य तुषार चौऋषि के निर्देशन में पैराबोलिक सोलर वाटर हीटर का निर्माण किया है। इसको बनाने में मूंदड़ा एनर्जी के निदेशक सुमित मूंदड़ा का भी विशेष सहयोग रहा। इस हीटर की पैराबोलिक सतह को बनाने में एनोडाइज़्ड एल्युमिनियम शीट का उपयोग कर पानी को गर्म करने की तकनीक विकसित की गई है। इसकी डिजाइनिंग में इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि प्राप्त सोलर ऊर्जा का अधिकतम सदुपयोग हो सके। इसकी विशेषता यह है कि कम लागत मूल्य पर लगातार गर्म पानी दे सकता है। इसे घरेलू तथा इंडस्ट्री दोनों जगह उपयोग में लिया जा सकता है। समानांतर में एक साथ कई पैराबोलिक सोलर प्लेट्स को जोड़कर विद्युत् उत्पादन भी किया जा सकता है।