हाइवे पर अब तक की सबसे बड़ी वारदात का किया खुलासा
उदयपुर। उदयपुर पुलिस ने गत दिनों हाइवे पर हुई करोड़ों की लूट के मामले का पर्दाफाश करते हुए चार जनों को गिरफ्तार कर माल बरामद किया है वहीं पांच-छह जनों की तलाश जारी है।
उल्लेखनीय है कि गत दिनों पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने बताया कि सोमदत कुशवाह निवासी आगरा पिछले करीब 10 वर्षों से आगरा के ज्वैलर्स व्यापरियो से कच्चा माल सोना चांदी आदि को लेकर राजकोट गुजरात के व्यापारियों को देने जाता रहा है। वहां से सोने चांदी के आभूषण बनने के बाद उन व्यापारियो से प्राप्त कर आगरा के व्यापारियो को पहुंचाने का कैरियर का काम करता है। पिछले तीन चार साल से इसने अपने कार्य में सहयोग के लिए अपने साढू राकेश वर्मा व लड़के योगेश को भी शरीक कर लिया। इस कार्य के लिए तेज गति से चलने वाली कार का उपयोग करते है। दिनांक 21.6.17 को सोमदत कुशवाह अपने साढू राकेश व पुत्र योगेश के साथ आगरा के व्यापारियो से कच्चा माल सोना चांदी आदि लेकर एनएच 08 हाइवे से जयपुर, अजमेर, नाथद्वारा, उदयपुर ,बिच्छीवाडा होते हुए 22.6.17 को सुबह 11 बजे राजकोट पहुंचे जहां इन्होने एक किराये का मकान व्यवसाय हेतु ले रखा था वहां से दिन में आगरा से लाया गया माल सम्बधित व्यपारियो को देकर राजकोट के व्यापारियो से तैयार माल सोने चांदी के आभूषण आदि प्राप्त कर अपनी इटियोस कार नम्बर ळश्र.03.भ्त्.0439 में बने स्पेशल गोपनीय बाक्स में माल रख कर शाम करीब 7.00 बजे आगरा के लिए रवाना हुए तथा उसी रास्ते से होते हुए दिनांक 23.6.17 को करीब 02.00 एएम पर पडूंणा टोल नाका क्रोस कर आगे उदयपुर की तरफ रवाना हुए। टीडी नाल मे एक स्कार्पियो कार ने ओवरटेक कर उनका रास्ता रोक लिया उसी समय उन्हीे लूटेरो के अन्य साथियों ने दूसरी गाडी से आगे चालक साईड में बराबर आगे लगा कर रोक दिया । उन दोनो वाहनो में से आठ-दस व्यक्ति पेन्ट शर्ट-टीशर्ट पहने हुए उम्र करीब 25 से 35 वर्ष के उतरे जिनमें से दो के हाथ में पिस्टल जैसा हथियार था जो दिखा कर डरा कर सोमदत व राकेश के चेहरे पर कुछ मिर्च जैसा पदार्थ मल दिया और डरा धमका कर घेर कर उनकी गाडी से उतार कर स्कार्पियो में बिठा दिया । बाद में लूटेरो ने सोमदत की इटियोस कार को भी अपने कब्जे में ले लिया तथा सभी वाहन उदयपुर की तरफ रवाना हो गये तथा इटियोस कार में रखी करीब 470 किलोग्राम चांदी व डेढ किलोग्राम सोना लेकर चले गये। लूटेरो ने इस दौरान किसी व्यक्ति से बातचीत की थी व बात चीत के पश्चात तीनो को बारापाल के पास उतार दिया। तीनो पीड़ितो ने राह चलते वाहन से लिफ्ट लेकर टीडी थाने पर पहुंच कर घटना की सूचना दी। थानाधिकारी जितेन्द्र सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरन्त उच्चाधिकारियो को अवगत कराया व कन्ट्रोल रूम के द्वारा नाकाबंदी शुरू करवायी। इस घटना पर थाना टीडी पर प्रकरण सं. 44/17 धारा 395 भा0द0स0 दर्ज हुआ।
मामले में टोल नाके के सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पाया कि दिनांक 23.6.17 को पडूणा टोल नाके पर इटियोस कार रात्रि 02.00 एएम के गुजरने के कुछ अंतराल के बाद एक आई टवन्टी कार नम्बर आरजे 27 सीडी 2147 का क्रॉस होना पाया। उक्त आई टवन्टी कार का पता करने पर दिनांक 22.6.17 को रात्रि 10 बजे उदयपुर से पडूणा टोल नाका क्रॉस कर रिटर्न पर्ची लेकर खेरवाडा की तरफ निकलना पाया। खैरवाडा का टोल नाका व रिकार्ड खंगालने पर उक्त कार का खैरवाडा टोल नाका क्रास नहीं करना पाया जिससे यह कार रेकी करने में संदिग्ध लगी। कार के रजि. नम्बरो के आधार पर कार स्वामी का पता करने पर कार जीवन लाल रेबारी निवासी रेबारियों के गुडा के नाम पर पायी गयी। जीवनलाल व अन्य अनुसंधान करने पर कार भूपेन्द्र सुथार निवासी धूणीमाता को एग्रीमेन्ट से बेचना पाया गया। उक्त कार बाबत अनुसंधान करने पर मुख्य अभियुक्त हीरा पिता श्री नाथू गुर्जर निवासी भैंकड़ा थाना कुराबड़ द्वारा भूपेन्द्र सुथार से दिनांक 22 जून को मांग कर ले जाना पाया।
इस आधार पर कार व हीरा लाल की तलाश की मुखबीर व स्पेशल टीम के सहयोग से 3 जुलाई को सायं उक्त कार के देबारी के आसपास होने की सूचना मिली जिस पर तलाश करने पर उक्त कार जिंक स्मेल्टर देबारी स्वागत गेट के पास जाते हुए मिली चैक करने पर कार में हीरा पिता श्री नाथू गुर्जर निवासी भैंकड़ा, राजु खटीक निवासी खेमली, लालू रावत निवासी रामज व पूरण गुर्जर निवासी छोटी खेडी पाया गया। चारों से गहनता से पूछताछ की तो अपने साथियो सहित 22-23 जून की रात पडूणा से टीडी के मध्य नेशनल हाइवे पर चांदी सोने के जेवरात से भरी इटियोस कार लूटना स्वीकार कर सम्पर्ण घटनाक्रम उगल दिया जिस पर उक्त चारों को गिरफ्तार किया गया तथा इनकी सूचना के अनुसार इनके घरों में छिपाकर रखे गये लूट के चांदी के आभूषण 230 किलोग्राम बरामद करने में सफलता प्राप्त की, पूछताछ में घटना में इनके पांच–छह साथी मुलजिमान जो स्थानीय व गुजरात के हो घटना में शामिल होना पाया जिनकी तलाश की जा रही है। मुलजिमानों को पुलिस अभिरक्षा में रिमांड हेतु न्यायालय में पेश किया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने बताया कि वारदात में अभियुक्तों के एक साथी ने राजकोट से ही परिवादी के सोने-चांदी के जेवरात राजकोट से लेकर उसकी इटियोस कार में रख कर दिनांक 22 जून की शाम को रवाना होने की जानकारी दी। अभियुक्तो ने योजनाबद्व तरीके से पडूणा टोल नाके पर उक्त कार के आने पर नजर रखी एवं कार के पडूणा टोल नाका क्रॉस करते ही पीछा कर उसे रोक कर डकैती की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस द्वारा वारदात मे प्रयुक्त आई टवन्टी कार को बरामद कर लिया है। वारदात में परिवादी से लूटी हुई कार, शेष चांदी व सोने के जेवरात एवं वारदात में प्रयुक्त अन्य वाहन तथा अभियुक्तो के शेष साथियो की तलाश जारी है।