उदयपुर। खनन उद्योगों की समस्याओं को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने वाली माइनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने आज पौधे रोपकर सीटीएई परिसर में 3000 पौधे रोपने की शुरूआत कर देश भर में एसोसिएशन द्वारा चलाये जाने वाले पौधारोपण अभियान प्रारम्भ किया।
खान एवं भू-विज्ञान विभाग के पूर्व निदेशक अरूण कोठारी ने कहा कि एसोसिएशन राष्ट्रीय पदाधिकारियों एवं 400 से अधिक खनन विशेषज्ञों ने सीटीएई परिसर में शुक्रवार को 3 हजार पौधे लगाकर देशभर में पौधारोपण की शुरूआत की। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन अपने सामाजिक दायित्व को निभाने में भी अग्रणी है। इस पौधरोपण के साथ एसोसिएशन के सदस्यों एवं खनन विशेषज्ञों ने देश भर में बड़े पैमाने पर पौधरोपण का संकल्प लिया।
ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, महापौर चन्द्रसिंह कोठारी,राष्ठªीय अध्यक्ष टी.विक्टर, अरूण कोठारी, उपाध्यक्ष द्वितीय संजय पटनायक ,एमईए संयुक्त सचिव व कोषाध्यक्ष के.राव,जिला प्रमुख शान्तिलाल मेघवाल,आयोजन चेयरमेन डॉ. एस.एस.राठौड़ सहित देश भर से सैकड़ो खनन विषेशज्ञ एवं गणमान्य नागरिकों ने पौधरोपण किया।
इससे पूर्व एसोसिएशन की आयोजित कोन्सिल बैठक में अरूण कोठारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मिशन कौशल विकास की तर्ज पर खनन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए देशभर के खनन उदमी एक मंच पर जुटे हैं। एमईए ने आगामी भविष्य में कौशल विकास करते हुए तकनीक अपग्रेड के साथ खनन उद्योग को बढ़ावा देने पर फोकस करेगी। एसोसिएशन ने अन्तर्राष्ट्रीय अफेयर्स मेनटेन कमेटी का गठन किया जिसमें 2 वर्षो के लिये एमईए के अध्यक्ष टी.विक्टर को चेयरमेन बनाया गया है। विक्टर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर खनन को बढ़ावा देने के लिए जोर देंगे। एसोसिएशन द्वारा आगामी 15 से 17 फरवरी तक हैदराबाद में अन्तर्राष्ट्रीय सेनिमार का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही कोन्सिल बैठक में जीएसटी पर चर्चा हुई। एसोसिएशन तकनीक एवं शिक्षा को बढ़ावा दे रहा है। यह व्यापार नहीं है इसलिए इस पर जीएसटी लागू नहीं होता है। जीएसटी के पड़ने वाले प्रभाव एवं चुनौतियों पर भी चर्चा हुई।