उदयपुर। साध्वी नीलांजनाश्री मसा की निश्रा में खरतरगच्छ दिवस को विविध उपक्रमों से मनाया गया। खतरगच्छ पर प्रतियोगतिा आयेाजित की गई जिसमें विजेता बच्चों एवं युवाओं को पुरूस्कृत किया गया।
साध्वी नीलाजंनाश्री ने जिनेशवर सूरी से मणिप्रभसुरी तक खरतरगच्छ की महिमामय ऐतिहासिक परंपरा पर रोचक शैली में विवेचन प्रस्तुत किया जिसे सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो उठे। साध्वीश्री के विवेचन के साथ ही पावर प्रजेन्टेशन के माध्यम से साधक महापुरुषों का चित्रात्मक शो भी प्रस्तुत किया गया। उससे पर्वू जयपुर से पधारी सुषमा सिघंवी ने खरतरगच्छ के दिव्य इतिहास पर प्रकाश डाला। बाद में खरतरगच्छ प्रतियोगिता आयोजित की गयी जिसमें बालक बालिका श्रावक श्राविकाओं ने भावाभिव्यक्ति की प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसके निर्णायक गजेन्द्र भंसाली। प्रतियोगिता में बाल वक्ताओं में सलोनी डागा प्रथम, तनवी डागा द्वितीय, विराग भंसाली तृतीय रहे। वयस्क वक्ताओं में माया सिरोया प्रथम,पूजा पारख द्वितीय तथा बसन्त कुमार धुप्या तृतीय रहे। समारोह में राज लोढ़ा,भूपालसिंह दलाल,श्रीमती चन्द्रकला, चन्द्रसिंह जैन सुनीता जैन श्रीमती विरण तलेसरा, प्रमिला जैन ने भी खतरगच्छ पर विचार व्य्क्तं किए।