उदयपुर। महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण महोत्सव के तहत् 13 हजार मिट्टी के शिवलिंग से बने पार्थेश्वर भगवान महाकालेश्वर को विराजमान किया गया। यह शिव प्रतीक स्वरूप में पूजे जाते है।
मानव जीवन के कल्याण एवं धर्म पथ की ओर चलाने की प्रेरणा प्रदान करते है तथा भवसागर से मुक्ति प्रदान कर सके इसी कामना की पूर्ति के उद्देश्य से त्रिभुजाकार भगवान महाकाल को विराजमान किया गया। यह जानकारी पार्थेश्वर पूजा के आचार्य नीरज शर्मा ने दी।