उदयपुर। बहुप्रतिक्षित सम्म्मेद शिखर जी तीर्थयात्रा आगामी 29 सितम्बर को एक हजार यात्रियों को लेकर स्पेशल टे्रेन से झीलों की नगरी से प्रस्थान करेगी। 11 दिवसीय यात्रा में पश्चिमी भारत में जैन एवं हिंदू तीर्थों के दर्शन वंदन के साथ-साथ गुरूवंदन का कार्यक्रम रहेगा।
टे्रन में पहली बार 50 तपस्वी भी सम्मेद शिखर की यात्रा के लिए जा रहे है। टे्रन यात्रियों से बुक हो चूकी है एवं यात्रा को मूर्तरूप देने के लिए टीमें अपने-अपने कार्यो को पूर्ण करने में लगी हुई है।
श्री महावीर युवा मंच संस्थान के मुख्य संरक्षक राजकुमार फत्तावत ने बताया कि श्री सकल जैन संघ तीर्थ यात्रा स्पेशल थ्री टियर एसी व नॉन एसी टे्रन आगामी 29 सितम्बर को एक हजार यात्रियों को लेकर सम्मेद शिखर की यात्रा के लिए रवाना होगी। इस तीर्थ यात्रा टे्रन में 50 तपस्वी एवं 100 नि:शुल्क सधार्मिक बन्धुओं को लेकर यह टे्रन रवाना होगी। 11 दिवसीय सम्मेद शिखर तीर्थ यात्रा आगामी 29 सितम्बर को उदयपुर से दोपहर 1 बजे सिटी स्टेशन से रवाना होगी। यात्रा के संघपति जीवन सिंह लीलादेवी मेहता द्वारा टे्रन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना करेंगे। यात्रा की सफलता के लिए 9 कमेटियों का गठन किया गया है। रेलवे स्टेशन पर यात्रियों एवं अतिथियों के लिए गठित समिति संयोजक संजय भण्डारी के नैतृत्व में 29 सितम्बर को रेलवे स्टेशन पर सभी यात्रियों का बैण्ड बाजों के साथ जोरदार स्वागत किया जाएगा। वही रेल्वे स्टेशन पर महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष विजय लक्ष्मी गलुण्डिया, मंत्री सोनल सिंघवी, कोषाध्यक्ष आशा मेहता एवं सदस्य उर्मिला नागोरी, रितु मारू के नैतृत्व में सभी बहिनें यात्रियों को शुभकामनाएं देते हुए कुमकुम का तिलक लगाकर गुड़ धनिया खिलाकर यात्रियों को गर्मजोशी के साथ विदाई दी जाएगी। टे्रन में यातायात व्यवस्था का प्रभार महेन्द्र तलेसरा एवं सुधीर चित्तौडा, भोजन व्यवस्था के लिए श्याम नागोरी एवं राजेश मेहता, टे्रन एवं यात्रा के दौरान आवास व्यवस्था दीपक सिंघवी एवं विजय लुणदिया, टे्रन सजावट में सुनील मारू एवं राकेश छाजेड़ को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। यात्रा में जाने वाले सभी एक हजार यात्रियों को संस्थान की ओर से यात्रा कीट दिया जाएगा। कीट वितरण व्यवस्था की जिम्मेदारी मनीष गलुण्डिया एवं टीम को दी गई।
अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश चोरडिया ने बताया कि 29 सितम्बर स्पेशल टे्रन उदयपुर से रवाना होकर 30 सितम्बर को आगारा पहुंचेगी जहां पर सभी यात्रियों को मथुरा-वृन्दावत की यात्रा कराई जाएगी। 1 अक्टूम्बर को सम्मेद शिखर जी पहुंंचेगी 2 व 3 अक्टूम्बर को यात्री शिखर जी की चढाई करेगें एवं धर्म आराधना करेेंगे। 3 अक्टूम्बर को अपराह्न बाद सम्मेद शिखर से यात्रियों को लेकर टे्रन कोलकता के लिए प्रस्थान करेगी। 4 अक्टूम्बर को तेरापंथ संघ के आचार्य महाश्रमण के दर्शन-वंदन का रहेगा एवं 5 अक्टूम्बर को कोलकत्ता के विभिन्न मंदिरों के दर्शन एवं भ्रमण का कार्यक्रम रहेगा। कोलकता से रवाना होकर 6 अक्टूबर को बोधगया-पावापुरी की यात्रा होगी रात्री विश्राम पावापूरी में ही रहेगा। 7 अक्टूम्बर को राजगिरी पहुंचेगें जहां इस यात्रा का अंतिम पडाव होगा। वहां से पुन: सभी यात्री 8 अक्टूम्बर को टे्रन से उदयपुर के लिए प्रस्थान करेंगें और 9 अक्टूम्बर को सभी यात्री जिलों की नगरी में पहुंचेगें। जहां पर यात्रियों का भावभिना स्वागत होगा।