सुविवि : पत्रकारिता विभाग में संवाद सत्र
उदयपुर। मोहनलाल सुखाडिया विश्वरविद्यालय के कुलपति प्रो जेपी शर्मा ने कहा कि पत्रकारिता एक बहुत जिम्मेलदारी भरा पेशा है और उस जिम्मेलदारी को समझने और पेशे के लिए खुद को तैयार करने की दिशा में पत्रकारिता के विद्यार्थियों को बहुत गम्भीोरता से तैयारी करनी होगी तभी वे भविष्य की चुनौतियों का सामना कर पाएंगे।
प्रो़ शर्मा ने यह बात बुधवार को विश्व विद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में विभाग के विद्यार्थियों के साथ एक संवाद सत्र में कही। उन्हों्ने कहा कि पत्रकारिता शिक्षण किताबी ज्ञान की बजाय प्रायोगिक शिक्षण का विषय अधिक है जो विद्यार्थी को असल में रिपोर्टिंग करने और इसकी बारीकियों को समझने में मदद करता है। कुलपति ने अधिक से अधिक प्रायोगिक शिक्षण पर जोर देते हुए विभाग द्वारा किए जा रहे फील्डे रिपोर्टिंग के प्रयासों की प्रशंसा की और इसे विद्यार्थियों के भावी पत्रकार जीवन के लिए बेहद जरुरी बताया।
कुलपति ने विभाग की ओर से हाल ही आयोजित तीन दिवसीय दिल्लीत यात्रा के दौरान विभिन्ना मीडिया संस्थाानों और वरिष्ठज पत्रकारों के साथ हुए प्रायोगिक अनुभवों को सुना और इस तरह के मीडिया विजिट कार्यक्रम नियिमित तौर पर आयोजित करने और इसे पाठ्यक्रम का हिस्साक बनाने की बात कही। प्रो शर्मा ने विभाग को प्रायोगिक स्टूरडियो स्थाकपित करने के लिए हर संभव सहायता देने का आश्वा्सन दिया।
अधिष्ठााता प्रो साधना कोठारी ने भावी पत्रकारों को प्रायोगिक सुविधाएं उपलब्धन करवाने की बात कही तथा शैक्षिक गतिविधियों को और प्रभावी बनाने के लिए रचनात्मोक कार्यक्रम बनाने का सुझाव दिया। सह अधिष्ठािता तथा चीफ प्रोक्टेर प्रो आईएम कायमखानी ने भावी पत्रकारों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे स्वतयं को अपने पेशे के प्रति इस तरह से तैयार करें जिसमे सामाजिक सरोकार भी शामिल हो और रचनात्मचक पत्रकारिता भी हो ताकि भविष्य में सकारात्मसक और जिम्मऔदार पत्रकारिता को नई दिशा मिल सके।
संवाद सत्र के शुरु में विभाग के प्रभारी डा कुंजन आचार्य ने सभी का स्वा।गत करते हुए विद्यार्थियों की दिल्लीव मीडिया विजिट का एक प्रतिवेदन कुलपति के समक्ष प्रस्तुहत किया। डा आचार्य ने बताया कि तीन दिन में विद्यार्थियों ने दिल्ली् के दस मीडिया सस्थारनों का विजिट कर प्रिन्ट और इलेक्ट्रोदनिक मीडिया के करीब 36 वरिष्ठा पत्रकारों और मीडिया शिक्षकों से सीधा और विस्तृटत संवाद कायम किया। इसके साथ ही राष्ट्र पति भवन और संसद का अवलोकन कर प्रायोगिक रिपोर्टिंग की बारीकियां सीखी। इस अवसर पर मनीष कोठारी, पूजा दवे, आयुषी जैन, पायल सिसोदिया ने अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम का संचालन विभाग के शोध छात्र भारत भूषण ओझा ने किया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में विभाग की ओर से कुलपति प्रो शर्मा का मेवाडी पगडी और उपरना पहना कर स्वाकगत किया गया।