आज पेसिफिक विश्वविद्दालय के रसायन विभाग के अंतर्गत “रासायनिक ऊष्मागतिकी असामायवस्था” पर फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी अमेरिका से पधारे हुए प्रोफ़े. अनिल भालेकर का महत्वपूर्ण रोचक आमंत्रित उद्बोधन का आयोजन किया गया 1 इसकी अधय्क्षता प्रोफ़े सुरेश सी आमेटा अधिष्ठाता पेसिफिक विज्ञानं महाविद्दालय, मुख्य अतिथि डॉ. रामेश्वर आमेटा एवं स्वागतकर्ता डॉ. गजेंद्र पुरोहित निदेशक विज्ञानं महाविधालय दवारा किया गया।
इस क्रायक्रम का संचालन डॉ. सुरभि बेंजामिन विभाग अध्यक्ष रसायन शास्त्र ने किया इसमें संकाय सदस्य डॉ. नीतू शोरगर, डॉ. दीप्ती सोनी एवं डॉ. पारस टाक उपस्थित रहे, इस विशिष्ट उद्बोधन का लाभ एमएससी और शोधार्थी विधार्थियो ने लिया तथा समझा की इसका भौतिक रसायन मैं महत्वपृर्ण योगदान हैं। प्रो. भालेकर ने अपने सरल और सहज उद्बोधन के द्वारा उष्मागतिकी जैसे जटिल विषय को समझाया, आपने उष्मागतिकी के प्रथम नियम , सेकंड लॉ, क्लासियस कथन ,एन्ट्रोपी परिवर्तन की दर, डेल्टन प्रोवोस्ट अनुपातीकरण स्थाई सिंद्धांत आदि के बारे मैं विस्तृत परिकल्पना को समझाया, प्रोफ़े भालेकर वर्तमान मैं उष्मागतिकी के चतुर्थ नियम पर कार्य कर रहे हैं 1 अंत मैं धन्यवाद डॉ. सुरभि बेंजामिन विभागाध्यक्ष ने दिया I