उदयपुर। रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3054 के प्रान्तपाल मौलिन पटेल ने कहा कि रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय ने भारत में विन्स प्रोजेक्ट के तहत अब अपने रोटरी क्लबों के माध्यम से राजकीय विद्यालयों में बालक-बालिकाओं के लिये पृथक-पृथक टायलेट निर्माण के कार्य प्रारम्भ किये है, साथ ही रोटरी द्वारा आगामी डेढ़ वर्ष तक भारत में पोलियो उन्मूलन दिवस में अपना और योगदान देगा ताकि पाकिस्तान व अफगानिस्तान में पाये गये पोलियो केस भारत में प्रवेश नहीं कर सकें।
वे रोटरी क्लब एलीट की प्रान्तपाल की अधिकारिक यात्रा के अवसर पर होटल पारस महल में आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होेंने कहा कि रोटरी द्वारा साक्षरता के कार्य में योगदान देने वाले लोगों को चैन्नई में आयोजित एक समारोह में सम्मानित किया गया जिसमें मेहसाना में एक भिखारी खिमजी प्रजापति द्वारा भीख में मिलने वाले प्रतिमाह एक लाख रूपयें में से लगभग 95 हजार रूपयंे बालिका शिक्षा पर खर्च करने पर इस समारोह में प्रथम पुरूस्कार जीता। खिमजी ने हाल ही में 21 बालिकाओं को सोने की बालिया दी थी।
सहायक प्रान्तपाल नरेन्द्र चोर्डिया ने कहा कि रोटरी द्वारा सेवा के जरिये समाज के लिये बेहतर से बेहतर कार्य कर जरूरतमंदो तक सहायता पंहुचायी जा रही है।
क्लब अध्यक्ष कमलेश तलेसरा ने बताया कि क्लब ग्लोबल ग्रान्ट के जरिये शहर एवं आस-पास के गांवों में संचालित 51 राजकीय विद्यालयों मेचिंग ग्रान्ट प्रोजेक्ट के तहत स्टार 1 केटेगरी में टायलेट निर्माण सहित विभिन्न प्रकार की सुविधायें उपलब्ध करायी जायेगी। ग्लोबल ग्रान्ट के लिये रोटरी फाउण्डेशन में आवेदन किया है। उन्होेंने बताया कि आगामी 18 मार्च को सम्बल प्रोजेक्ट किया जायेगा जिसमें तृतीय निःशुल्क कृत्रिम हाथ शिविर में दिव्यागों के अमेरीका मंे निर्मित कृत्रिम हाथ लगाये जायंेगे। इस अवसर पर तलेसरा ने सत्र 2017-18 में अब तक किये गये सेवा कार्यो की पीपीटी के जरिये जानकारी प्रदान की।
समारोह में पीएचएफ बनने वाले क्लब सदस्यों को प्रान्तपाल पटेल ने सम्मानित किया। समारोह में पूर्व प्रान्तपाल डॉ. यशवन्तसिंह कोठारी, निर्मल सिंघवी, रमेश चौधरी, डॉ. एन.के.धींग,दिनेशचन्द्र अग्रवाल, राकेश सेन,मुकेश जनवा,बसन्त खमेसरा सहित विभिन्न क्लबों के पदाधिकारी एवं क्लब सदस्य मौजूद थे। प्रारम्भ में दीपिका भण्डारी ने ईश वंदना, प्रियंका चोर्डिया ने फोर वे टेस्ट का वाचन एवं विजयलक्ष्मी गलुण्डिया ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। संचालन रमेश मोदी ने किया।