उदयपुर। गणिनी आर्यिका सौभाग्यमति माताजी 3 पिच्छी ससंघ ने कहा कि आप जो सोचते वह जरूर कर सकते है बशर्ते आपका इरादा नेक व एक होना चाहिये। उसमें निश्चित रूप से सफलता मिलेगी।
वे आज हिरणमगरी से. 5 स्थित चन्द्रप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर में आयोजित धर्मसभा में बोल रही थी। यदि आप लोगों के कहने या न कहनें के फेर में रहे तो असफलता ही हाथ लगेगी। आज आप तीन लोकों के नाथ की मूर्तियंा प्रतिष्ठापित कर रहे है जो आपकी सफलता का द्वार है,जहंा से आप सकारात्मकता की ओर बढ़ रहे है। आने वाले समय में यहंा शिखरबन्द बनकर अवश्य तैयार होगा।
मनोज चम्पावत ने बताया कि इससे पूर्व गुरू मां के सानिध्य में शान्तिनाथ महामण्डल विधान विश्वशांति महायज्ञ के साथ वेदी पर प्रतिष्ठपित किया गया। गुरू मां के सानिध्य में प्रतिदिन 7 बजे जिनाभिषेक एवं साढ़े आठ बजे प्रवचन एवं संायकाल विशेष भक्तिमय आनन्द यात्रा का आयोजन किया जा रहा है।