मर जाएंगे-मिट जायेंगे, हाईकोर्ट लेकर रहेंगे – चपलोत
गणेश मंदिर में पूजा अर्चना कर आमरण अनषन पर बैठे
उदयपुर। हाई कोर्ट बैंच की स्थापना को लेकर 30 दिन से चल रहे क्रमिक अनषन, धरना प्रदर्षन, नुक्कड नाटक, जागरूकता रेली, मषाल जुलूस, ज्ञापन देने बाद भी सरकार के काम में अभी तक इसकी आवाज न जाने पर बुधवार को राजस्थान विधानसभा के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं हाई बैंच के संयोजक शांतिलाल चपलोत 31 वें दिन आमरण अनशन पर बैठे।
उन्होंने बताया कि देर रात तक जयपुर से श्रीचंद कृपलानी के फोन आते रहे और वे कहते रहे कि मुख्यमंत्री आपसे बात करने को तैयार हैं और आप इसे दो दिन ओर टाल दें। इस पर उन्होने कहा कि उदयपुर संभाग के अधिवक्ता पिछले 30 दिनों से सडको पर है और आज आपको याद आ रही है। उन्होने कहा कि देर रात एवं सवेरे दिल्ली एवं जयपुर इलेक्ट्रोनिक मीडिया से भी मेरे पास फोन आये और पूछा की आपका फैसला क्या है। इस पर मैंने कहा कि मेरा फैसला अडिग है और मैं आमरण अनषन पर बैठूंगा। उन्होने आम जन से अपील की कि वे इस जन हित के कार्य में अपनी भी आहुति दें।
बार अध्यक्ष रामकृपा शर्मा ने बताया कि अपनी दैनिक दिन चर्या के बाद सुबह 9 बजे निवास स्थान पर शांतिलाल चपलोत की पत्नि महेन्द्र कुमारी चपलोत, पुत्र राजेश चपलोत, प्रदीप चपलोत व पौत्र ने उन्हें तिलक, माला एवं दही गुड खिलाकर उनसे आशीर्वाद लिया और भगवान से प्रार्थना की कि पूरे संभाग की मांग अवष्य ही पूरी हो। चपलोत ने कहा कि अगर आवष्यकता पड़ी तो वे पति के साथ अनशन पर बैठेगी। पूर्व अध्यक्ष प्रवीण खण्डेलवाल ने बताया कि शांतिलाल चपलोत को खुली जीप में बैठाकर नारेबाजी के साथ बोहरा गणेश मंदिर लेकर गये जहां बडी संख्या में आमजन, समाज सदस्य एवं अधिवक्ता मौजूद थे।