डॉ. गुनीत मोंगा की योग शिक्षा पर पुस्तक का जयपुर में विमोचन
उदयपुर। जयपुर में चल रहे राष्ट्रीय योग महोत्सव में उदयपुर की योग शिक्षक प्रशिक्षिका डॉ. गुनीत मोंगा भार्गव की पुस्तक ‘योग शिक्षा‘ का विमोचन किया गया।
पुस्तक का विमोचन देव संस्कृति विश्व विद्यालय के प्रति कुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या, लोकायुक्त एसएस कोठारी, केंद्रीय आयुष मंत्रालय में योग व प्राकृतिक विभाग के निदेशक ईश्वर एन आचार्य, आरपीएससी के सचिव पीसी बेरवाल ने किया। समारोह में 99 वर्षीया सबसे पुरानी योग टीचर भी मौजूद थीं।
अतिथियों ने कहा कि इस युवावस्था में योग के प्रति इतनी कर्तव्यनिष्ठा और समर्पण सराहनीय है। पहले एक पुस्तक प्रकाशित हो चुकी है।
डॉ. गुनीत ने बताया कि यह पुस्तक स्पोर्ट्स और फिजिकल एजुकेशन के विद्यार्थियों के लिए विशेष कर लाभकारी है। टेनिस, फुटबाल आदि में खेलते समय योग और आसन काम आते हैं, उनके बारे में विशेष जानकारी दी गयी है।
योग शरीर को स्वस्थ, फिट और तनावरहित बनाता है। न सिर्फ बीमारियों से बचाता है बल्कि मानसिक और शारीरिक रूप से भी स्वस्थ रखता है। योग दिमागी परेशानियों को दूर करता है ताकि खिलाड़ी अपना दिमाग पूरी तरह खेल पर लगा सके।
आसन का अभ्यास फिजिकल एजुकेशन का सिर्फ एक छोटा सा हिस्सा है। शिक्षा में योगा का बहुत महत्व है। जिस तरह के तनाव भरे क्लास रूम में बच्चे शिक्षा ले रहे हैं उनके लिए योग बहुत सहायक सिद्ध हो सकता है। बच्चे को योग की शिक्षा देने से पूर्व उसकी मानसिक अवस्था समझनी पड़ती है। उन्होंने बताया कि इससे पहले उनकी एक पुस्तक योग आत्मा पर प्रकाशित हो चुकी है। डॉ. गुनीत ने पीजी डिप्लोमा (योगा), प्रेक्षा मेडिटेशन में एमएससी करने के साथ ही स्ट्रेस मैनेजमेंट पर पीएचडी की है।