पीएमसीएच में हुआ सफल आपरेषन
उदयपुर। उदयपुर के पेसिफिक मेडिकल काँलेज एंड हाँस्पीटल के यूरोलाँजी विभाग के चिकित्सको नें बडी उपलब्धि हासिल की हैं। यूरोलाँजी विभाग के चिकित्सक डाँ.हनुवंत सिंह राठौड नें गुर्दे और पेशाब की बीमारी से ग्रसित एक मरीज को नया जीवन दिया हैं।
दरअसल प्रतापगढ जिले के गाॅव पीलूखेडा निवासी 26 बर्षीय जीतेन्द्र बंजारा पिछले दो-तीन बर्षो से टी वी की बीमारी से ग्रसित था जिसके चलते इसके गुर्देो में सूजन आ गई थी और पेशाब की थैली के साथ साथ पेषाब की नली पूरी तरह से सिकुड कर खत्म हो गई। इस परेशानी के चलते मरीज के ना केवल पेशाब करने में तकलीफ हो रही थी बल्कि पेशाब पर कंट्रोल भी नही रह पा रहा था। मरीज का वजन भी लगातार बुखार और गुर्दे खराब होने के चलतें छह महिनों में 65 किलों से 40 किलो रह गया।
जीतेन्द्र के परिजनों ने उसे पेसिफिक हाॅस्पीटल के यूरोलाॅजिस्ट डाॅ. हनुवन्त सिंह राठौड को दिखाया तो जाॅच करने पर पता चला कि पेशाब की थैली के साथ साथ पेषाब की नली पूरी तरह से सिकुड कर खत्म हो गई और मरीज की जान बचाने के लिए इसका आॅपरेषन करना जरूरी था।
मूत्र रोग एवं रिकन्स्ट्रक्षनल सर्जन डाॅ.हनुवन्त सिंह राठौड ने बताया कि जब जीतेन्द्र हाॅस्पीटल आया तब इसकी पेषाब की थैली एवं यूरेटर दोनो ही पुरी तरह से खत्म हो गए थे। और दोनो ही गुद्रों ने काम करना बन्द कर दिया था। ऐसे में सबसे पहले इसके दोनो गुद्र्रो में टूयूब डालकर बचाया ताकि मरीज का यूरिन पास हो सके। इसके बाद इसका आॅपरेषन किया जिसमें मरीज के आॅतों से आलियल नियों यूरेटर एवं आलियल नियों ब्लैडर बनाकर जीतेन्द्र को नई जिन्दगी दी। लगभग छह घण्टे तक चले इस आॅपरेषन को अंजाम दिया डाॅ. हनुवन्त सिंह राठौड,डाॅ.क्षितिज राॅका,डाॅ.प्रकाष औदिच्य,डाॅ.विजय,रवि कसारा,चन्द्रप्रकाष शर्मा और अनिल भट्ट की टीम ने। मरीज का भामाषाह योजना के अन्र्तगत निःषुल्क आॅपेरषन किया गया है। अभी मरीज पूरी तरह से स्वस्थ्य है।