जर्मनी के 12 रोटरी क्लबों के साथ हुआ सांस्कृतिक आदान-प्रदान
उदयपुर। रोटरी क्लब मेवाड़ द्वारा होटल पारसमहल में आयोजित समारोह में जर्मनी के 12 अलग-अलग शहरों के रोटरी क्लबों के साथ अन्तर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक आदान-प्रदान सेमीनार हुआ।
कार्यक्रम के संयोजक फारूक कुरैशी ने बताया कि जर्मनी के हेम्बर्ग, ड्यूसबर्ग, वारेनडार्फ, फ्रेंकफर्ट, बानस्टुट्गार्ड, बैडेन-बैडेनडिलेनबर्ग, मोनचैनग्लाद बैच के 12 रोटरी क्लबों के 32 से अधिक सदस्यों के साथ बर्लिन विश्वविद्यालय में कार्यरत डॉ. राजविंदर सिंह के नेतृत्व में सांस्कृतिक आदान-प्रदान हेतु उदयपुर पहुँचे और भारतीय जर्मन संस्कृतियों पर गहन मंथन किया।
क्लब अध्यक्ष प्रेम मेनारिया ने बताया कि डाॅ. लोकेश जैन के संयोजन में ईश वन्दना से कार्यक्रम की शुरूआत हुई। तत्पश्चात् सचिव मुकेश गुरानी ने क्लब की गतिविधियों एवं कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला।
अध्यक्षता कर रहे पूर्व प्रांतपाल निर्मल सिंघवी ने रोटरी फाउंडेशन का महत्व बताते हुए कहा कि रोटरी वसुधैव कुटुम्बकम् के सिद्धान्तों का पालन करता है और विश्व बन्धुत्व की भावना के कारण सभी राष्ट्रों के रोटरी सदस्य अपनी एक ही पहचान रखते हैं और भारत जर्मनी का रिश्ता बहुत पुराना है एवं रोटरी मेवाड़ बधाई का पात्र है कि आज उन्होंने इतने रोटेरियन्स के साथ जो ज्ञान की गंगा बहाई है वो भारत के सांस्कृतिक मूल्यों को और मजबूत करेगा।
रोटरी क्लब फ्रेंक फर्ट जर्मनी के पूर्व अध्यक्ष थामसहिल बेराथ ने भारत की सांस्कृतिक विशेषताओं की तारीफ करते हुए कहा कि भारत एक परंपराओं का समृद्ध देश है। हमनंे पूरे विश्व में ऐसा देश नहीं देखा जहाँ के लोग केवल प्रेम के प्यासे हैं और स्वार्थी नहीं हैं।
इस अवसर पर क्लब ट्रेनर मुकेश चैधरी,पूर्व अध्यक्ष कपूर सी. जैन, रोटे. अनिल मेेहता, रोटे. योगेश पगारिया, अध्यक्ष नामित चेतनजैन ने जर्मनी के विभिन्न क्लब के अध्यक्षों के साथ फ्लैग आदान-प्रदान किये, साथ ही जर्मनी के क्लबों के साथ मेन्टर ग्रुपलीडर अप्रवासी भारतीय डाॅ. राजविंदर सिंह ने अपने उद्बोधनमें कविताओं के माध्यम से भारत भूमि की प्रशंसा की और 39 वर्षों से जर्मनी में रहने के बाद भी अपने देश को नहीं भूला हूं। इस अवसर पर सभी जर्मन रोटेरियन्स को स्मृतिचिन्ह व उपरना से सम्मानित किया गया। इस दौरान डा. गुंथर फोंसविकल क्लाडियाइ लेगर, टिलमैनबैरन्स ने भी विचार व्यूक्तर किए। अंत में आभार एवं संचालन पूर्व अध्यक्ष डॉ. लोकेश जैन ने किया।