उदयपुर। टखमण 28 एवं वेस्ट जोन कल्चर सेन्टर के साझे में 8 दिवसीय इन्टरनेशनल मल्टीमीडिया आर्ट सिम्पोजियम का शुभारम्भ टखमण की आर्ट गैलेरी में हुआ। सिम्पोजियम 4 नवम्बर तक चलेगा। इसमें भारत देश के महिला- पुरूष कलाकार, मूर्तिकारों के साथ ही विभिन्न देशों के 10 कलाकार पहुंचे जिनमें महिला कलाकार भी शामिल हैं।
मुख्य अतिथियों में ललित कला आदमी के नई दिल्ली में चेयरमेन उत्तम पचारने, वेस्ट जोन कल्चर सेन्टर के फुरकान खान, चेयरमेन टखमण के सुरेश शर्मा, अध्यक्ष एल एल वर्मा, डाॅ़ विद्यासागर उपाध्याय तथा सेकेट्री आर के वर्मा थे। अतिथियों ने समारोह का शुभारम्भ सरस्वती माता की तस्वीर के समक्ष दीप प्रजवलन के साथ किया। स्वागत उद्बोधन देते हुए शर्माने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज टखमण जिस मुकाम पर है उसमें 50 वर्षों की कठिन तपस्या, मेहनत और हमारे सदस्यों की साधना है।
उत्तम पचारने ने कहा कि टखमण आधुनिक कला क्रान्ति की मुहर है। टखमण कलाकारों के लिए एक घर है। इस घर को सजाना एवं संवारना भी कलाकारों कंे ही हाथों में है। ऐसी संस्था में आने पर गर्व की अनुभूति होती है। टखमण ने अपनी पचास वर्ष की लम्बी या़त्रा के दौरान कई राश्ट्रीय एवं अन्तर्राश्ट्रीय कलाकार दिये हैं जिन्होंने वैश्विक स्तर पर इस संस्थान के साथ ही उदयपुर का नाम रोशन किया है। इस 8 दिवसीय सेम्पोजियम में निश्चित तौर पर नयेआयाम स्थापित होंगे और जो भी कलाकार यहां पर आये हैं वह स्वयं के अनुभव यहां साझा करेंगे और उनके अनुभवों का लाभ यहां पर देकर जाएंगे।
फुरकान खान ने कहा कि टखमण ने इन पचास सालों में काफी काम किया है। जब यह संस्था ऐसे अच्छे कार्य के लिए वेस्ट जोन कल्चर सेन्टरमें प्रपोजल लेक आई हमने तुरन्त स्वीकार कर लिया और उदयपुर में ऐसा भव्य और अन्तर्राष्ट्रीय आयोजन होने जा रहा हैयह हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि अब संस्थान को एककाम और करना पड़ेगा कला प्रेमी तैयार करने होंगे। क्योंकि अब तक तो हम कला सिखाते आये हैं। मूर्तियां बन जाती है, लोग आते हैं देख कर चले जाते हैं। लेकिन उनका इस कला के प्रति प्रेम, लगाव या प्यार बहुत कम देखने को मिलता है। इसलिए आज के समय में कला प्रेमियों को जगाने की जरूरत है।इस दौरान डाॅ़ विद्यासार उपाध्याय ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए सभी आगन्तुकों का स्वागत किया एवं कहा कि इस आयोजन से उदयपुर के युवा कलाकारों को काफी प्रेरणा मिलेगी।