स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में आयोजित विश्व धर्म सम्मलेन में दिए व्याख्यान की इस वर्ष १२५ वि जयंती पूर्ण होने के उपलक्ष्य में रामकृष्ण मठ, पुणे तथा निसर्ग साइकिल मित्र के संयुक्त तत्वावधान में विवेकानंद विचार साइकिल यात्रा का कश्मीर से कन्याकुमारी तक की करीब ४००० किमी की यात्रा के अंतर्गत नौ सदस्यीय दल आज देवगढ़ से उदयपुर पंहुंचा.
इसमें पृथ्वीराज तुकाराम भोंसले, सुरेश उमाकांत माने, सुनील शंकरराव पाटिल, सुनील जगन्नाथ ननावरे, अतुल हनुमंत माने, महेंद्र निवृति आटाले, डॉ नितिन जीजाबराव पाटिल, श्रीकांत बजरंग खटके, और राहुल गोरख नेवाले भाग ले रहे है. इस यात्रा का उद्देश्य यह है की स्वामी विवेकानंद जी का सन्देश युवको तक पहुँचाना तथा साइकिल का प्रसार-प्रचार करके पर्यावरण को सुरक्षित बनाना है और तंदुरुस्ती को बढ़ावा देना है. यह यात्रा २४ नवम्बर को जम्मू से शुरू हुई थी जो २१ दिसम्बर को कन्याकुमारी में समाप्त होगी. उदयपुर में रामकृष्ण मिशन सेवा समिति और विवेकानंद सेवा संस्थान के सदस्यों बी.पी. पालीवाल, डॉ कमल सिंह राठौड़, पवन पालीवाल, डॉ मेघश्याम शर्मा, जे.पी. चौधरी, कमल पुरोहित और दिनेश व्यास ने स्वागत किया.