श्रद्धा से मनाई महाशिवरात्रि
उदयपुर। अनेकानेक शुभ संयोग से युक्त इस बार का महाशिवरात्रि पर्व पर तक यहां अतिप्राचीन शिवधाम रानी रोड़ स्थित महाकालेश्वर मंदिर में पारंपरिक श्रृद्धा एवं विविध पूजानुष्ठान, भैरव, गणपति, प्रतिष्ठा माताजी की धुणी, भोलेनाथ व ध्वजादण्ड चढ़ाया गया।
सार्वजनिक प्रन्यास मंदिर श्री महाकालेश्वर की महाशिवरात्रि महोत्सव समिति के तत्वावधान में सूर्योदय से पूर्व से ही सोमवार को भोलेनाथ के पूजानुष्ठान प्रारंभ हुई। इसी क्रम में बाद में प्रातः 10 बजे भगवान श्री महाकालेश्वर की विशेष पूजा-अर्चना के साथ भैरव प्रतिष्ठा एवं मंदिर पर ध्वजारोहण किया गया व सहस्त्र धारा अभिषेक के दर्शन बडी संख्या में महिला पुरूषों ने किए। दिनभर शिवभक्तों के भजन-किर्तन होते रहें व दर्शनार्थियों के लिए शिव भक्तों का तांता लगा रहा। सायं 6 महाकालेश्वर के गंगाघाट पर श्री हरिओम महिला संत्सग मंडल द्वारा महाआरती की गई। तत्पश्चात सांय विशाल भजन संध्या एक शाम शहीदों के नाम आयोजित हुई जिसमें हजारों शिव भक्तों में पुलवामा सहित विभिन्न हादसें में शहीदों की शहादत को श्रद्धांजलि दी तत्पश्चात शहीदों के लिए देश भक्ति गीत पर कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दी।
प्रन्यास के सचिव चन्द्रशेखर दाधीच ने बताया कि श्री महाकालेश्वर महादेव मंदिर में वैदिक मंत्रोंच्चार के साथ महादेव का सहस्त्र जलधारा अभिषेक हुआ। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ में रूद्रीपाठी विप्रजन द्वारा रूद्राभिषेक किया गया। मंदिर सभाभवन एवं गृभ ग्रह को सुंगन्धित पुष्पों से श्रृंगारित किया गया। महाशिवरात्री पर्व पर भोलेनाथ के मंगला आरती, मध्यान्ह आरती एवं सांयकाल को विशेष श्रृंगार, पूजा अर्चन एवं महाआरती, का भव्य आयोजन हुआ तथा रात्री चारों प्रहर परम्परागत रूप महाकालेश्वर का विभिन्न द्रव्य से रूद्राभिषेक एवं पूजा अर्चन प्रारंभ हुई।
प्रन्यास के अध्यक्ष तेजसिंह सरूपरिया ने बताया कि मंदिर सभी द्वारों को सुन्दरता से सजाया गया है एवं आकर्षक रोशनी व्यवस्था, विभिन्न झांकिया लगाई गई। यहां आने वाले करीब दो लाख से अधिक श्रद्धालु व शिव भक्तों ने दर्शन लाभ लिया तथा महाशिवरात्री पर्व के लिए बनाई गई विभिन्न समितियों के सदस्यों ने अपनी अपनी सेवाएं तत्परता दी।
रूद्र सेना के महिपाल शर्मा एवं विनोद शर्मा ने बताया कि बडी संख्या में रूद्र सेैनिक ने मंदिर में दर्शनार्थियों की साफ सफाई दर्शनार्थियों सुरक्षा संबंधि तथा दर्शनार्थियों को दर्शनलाभ के लिए रूद्रसेना के कार्यकर्ताओं ने तत्परता से अपनी अपनी सेवाएं दी। प्रन्यास की तरह से दर्शनार्थियों के जल सेवा के साथ साथ विभिन्न नाश्ते की स्टाॅल भी लगी।
समिति के प्रवक्ता गोपाल लोहार ने बताया कि मंदिर में गौशाला के लिए अलग से प्रकोष्ठ बनाया गया जिसमें गौ माता की सेवा हेतु दर्शनार्थियों से मुक्तहस्त से सहयोग कर गौशाला को सुचारू चलाने के लिए प्रेरित किया जिसकी जिम्मेदारी पंण्डित महेश एन देव को दी जो प्रातः काल से ही अपनी सेवाएं देना शुरू कर दिया। साथ में शिवधाम विकास योजना के अन्तर्गत विभिन्न चरणों के निर्माण हेतु मासिक सदस्यों व आम जन ने भी अपनी महत्ती भूमिका निभाते हुए अपना सहयोेग में अपनी प्रतिबद्धता निरन्तर जारी रखने हेतु वचनबद्ध हुए। बहुत शीघ्र ही शिवधाम विकास योजना के अंन्तर्गत भोलेनाथ गुफा के निमार्ण का कार्य भी प्रगति पर अग्रसित होगा इसमें भी सभीप्रकार के सहयोग के लिए अपनी सहभागिता देने के लिए कहा। महाशिवरात्री की विशेष व्यवस्था के लिए नागेन्द्र शर्मा, आभा आमेटा, ओम सोनी, पन्नालाल कटारिया, शंकर कुमावत, रमेश सोनी, पुरूषोत्तम जीनगर, सुरेन्द्र मेहता, प्रेमलता लोहार आदि ने अपनी अपनी सेवाए दी।