हिन्दुस्तान जिंक द्वारा किया गया आयोजन
उदयपुर। स्वस्थ हाथ स्वस्थ शरीर रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है, मात्र हाथ की स्वच्छता से शरीर को कई गम्भीर बीमारियों से बचाया जा सकता है। यह बात स्माइल ऑन व्हील्स के मेडिकल ऑफिसर डा. शिवशंकर मीणा ने विश्व हाथ धोने दिवस के अवसर पर कहीं ।
हिन्दुस्तान जिंक द्वारा संचालित स्माइल ऑन व्हील्स के द्वारा विश्व हाथ धुलाई दिवस पर राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, रवा में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया । कार्यक्रम के दौरान स्माइल फाउंडेशन के समन्वयक नवनीत श्रीवास्तव ने बताया कि विश्व हाथ धुलाई दिवस पूरे विश्व में एक साथ प्रत्येक वर्ष 15 अक्टूबर को मनाया जाता है । उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 में पहली बार वैश्विक हाथ धुलाई दिवस की शुरुआत की गयी। कार्यक्रम के दौरान छात्रों को हाथ धुलाई के पांच क्रम, हथेलियों की सफाई, उंगली के बीचो की सफाई, अंगूठे के पास की सफाई, नाखूनों की सफाई और कलाई की सफाई के बारे में बताया गया । बच्चों को पांच तरीके की हाथ धोने पर आधारित पी टी कराई गयी।
डा शिवशंकर मीणा ने बताया कि केवल हाथ धुलने मात्र से सांस, आंत से सम्बन्धित 20-30 प्रतिशत बीमारियों को फैलने से रोका जा सकता है । उन्होंने बताया कि हाथ न धुलने के कारण पांच वर्ष से कम उम्र के लगभग 40 प्रतिशत बच्चों को बीमारियों का खतरा ज्यादा होता है । हमारी आदत में केवल शौच के बाद एवं खाने के पहले हाथ धुलने के बारे में बताया जाता है जबकि आपके पास में यदि कोई संक्रमित व्यक्ति खासता, छींकता है या उसकी नाक बहती है तो भी हमें संक्रमण होने की संभावना ज्यादा होती है । इसलिए सिर्फ शौच के बाद तथा खाने के पहले ही नहीं बल्कि इन स्थितियों में भी हमें हाथ धुलने चाहिए ।
सांस के संक्रमण के कारण पूरे विश्व में लगभग 18 लाख बच्चों की मौत प्रत्येक वर्ष हो जाती है। इन संक्रमण से बचने के लिए साबुन से हाथ धुलना सबसे आसान एवं सस्ता तरीका माना जाता है ।
कार्यक्रम के दौरान लगभग 125 बच्चों ने भाग लिया। इस दौरान गिर्वा ब्लॉक के क्षेत्रीय शिक्षा समन्वयक लक्षिराम गुर्जर ने टीम के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि स्माइल फाउंडेशन हिन्दुस्तान जिं़क के सहयोग से बहुत ही अच्छा कार्य कर रही है। कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाध्यापक धुलेश्वर मीणा, पी टी आई मांगी लाल, शिक्षक अरुण कुमार तावड़, प्रीति शर्मा, स्नेहलता पालीवाल, शालिनी चम्पावत, राधा डामोर मौजूद थे।