पेसिफिक इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, पेसिफिक यूनिवर्सिटी उदयपुर और इंस्टिटूशन ऑफ इंजिनियर्स, उदयपुर लोकल सेंटर के सयुंक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला ‘मशीन लर्निंग एंड डीप लर्निंग युज़िंग पायथन‘ का आयोजन 16-18 जनवरी तक किया गया।
संस्था के निदेशक पियूष जवेरिया ने बताया कि कार्यशाला में फैकल्टी, स्टूडेंट्स, रिसर्च स्कॉलर्स और इंडस्ट्रीज प्रोफेशनल्स ने सक्रीय भागीदारी दिखाते हुए कार्यशाला को सफल बनाया। साथ ही निदेशक महोदय ने सभी प्रक्षिक्षणार्थियो को सलाह दी कि भविष्य में इस तकनीक को अभ्यासरत रखते हुए इस दिशा में नए नए आयाम तलाश करते रहे और साथ ही इस नवीनतम तकनीक का आज के परिपेक्ष्य में महत्ता बताई। उन्होंने बताया कि कई नए एस्पिरेंट्स मशीन लर्निंग और एआई को आईटी में पारम्परिक भूमिकाओं के बजाय नए करियर के अवसर के रूप में देख रहे है।
निखिल पारिक ने प्रोबेबिलिटी थ्योरी, नॉर्मलाइज़ेशन, बाइसियन नेट्वर्कस, रिग्रेशन एनालिसिस, आर्टिफिशल न्यूरल नेट्वर्क, कन्वोलुशन न्यूरल नेट्वर्क और रीकरेंट न्यूरल नेट्वर्क के साथ पायथन के डीप लर्निंग लाइब्रेरीज केरास और टेन्सर फ्लो पर व्यवहारिक प्रक्षिशण दिया।
अंकिता भार्गव ने पायथन में डाटा प्री-प्रोसेसिंग, डाटा एनालिसिस और डाटा विसुअलाइज़ेशन के साथ ही क्लासिफिकेशन, रिग्रेशन और रिकमेंडिंग सिस्टम के बारे में व्यवहारिक प्रक्षिशण दिया। कार्यशाला के अंत में सभी प्रक्षिक्षणार्थियो को सर्टिफिकेट वितरण किये गए।