उदयपुर की पहचान भारत की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में हो- सुनील दुग्गल
दस देशों के 150 से अधिक विश्वस्तरीय कलाकार अपनी प्रस्तुती देगें
भारत का सबसे बड़ा संगीत महाकुंभ वेदांता उदयपुर वर्ल्ड म्यूजिक फेजटिवल इस वर्ष झीलों की नगरी उदयपुर में 7 से 9 फरवरी 2020 तक आयोजित होगा। फेस्टिवल के इस पांचवें संस्करण में स्पेन, फ्रांस, स्वीटजरलेण्ड , कुर्दिस्तान , ईरान/लेबनान, पुर्तगाल, भारत सहित 10 देशों के 150 से अधिक विख्यात् संगीतज्ञो की उपस्थिती होगी। इस फेस्टिवल का आनंद उठाने के लिए हर साल 50 हजार से अधिक लोग सम्मिलित होते है और यह देश में सबसे बडे़ संगीत महोत्सवों में से एक है।
हिन्दुस्तान जिं़क के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील दुग्गल ने कहा कि वेदांता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल के आयोजन से हम चाहते हैं कि उदयपुर की पहचान भारत की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में हो। हिंदुस्तान जिं़क कला और संस्कृति के ऐसे विविध रूपों को बढ़ावा देने के लिए हमेशा सबसे आगे रहा है, और यह इस संस्करण के विषय वी आर द वल्र्ड यूनिटी इन डायवर्सिटी केे लिए एक बेहतरीन मंच है। वेदांता वर्ल्ड म्यूजिक फेस्टिवल के इस संस्करण को पिछले संस्करणों की तुलना में और अधिक बडा करना एक बड़ी सफलता है। इस आयोजन से अन्तर्राष्ट्रीय संगंीत प्रेमियों में नयी पहचान बनाने मे ंकामयाब हो रहा है। राजस्थान अपनी संस्कृति, परंपरा और विरासत के लिए लोकप्रिय है एसेे मे ंवेदांता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेिस्टवल का 5वां कार्यक्रम भारत को संगीत के क्षेत्र में विश्व मानचित्र पर और अधिक स्थापित करने में कामयाब होगा।
प्रेस वार्ता में हिन्दुस्तान जिं़क के मुख्य वित्तिय अधिकारी स्वयं सौरभ ने कहा कि हिंदुस्तान जिंक ने हमेशा कला और संगंीत से भारत की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने की दिशा मे ंकार्य किया है और यह हमारी सांस्कृतिक रूप से समृद्ध विरासत के संरक्षण के लिए यह हमारा प्रयास मिल का पत्थर है।‘‘वेदंाता वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल‘‘ में आने वाले पर्यटक उदयपुर शहर की सुन्दरता और इतिहास के साथ ही यहां से अच्छी यादें और छवि लेकर जाएं। इसके लिए प्रत्येक शहरवासी का ये उत्तरदायित्व है कि वह स्वच्छता और सद्व्यवहार के साथ ही अतिथी देवो भवः की परम्परा को निभाए। हिन्दुस्तान जिं़क कला और सगंीत को बढ़ावा देने के लिए हमेशा आगे रहा है। वेदांता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेिस्टवल, स्मृतियां और सृजन द स्पार्क जैसे राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रमांे का आयोजन हिन्दुस्तान जिंक़ के सहयोग से किया जाता रहा है।
यह फेस्टिवल अपने पांचवें वर्ष में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उत्सव को लेकर भी समर्पित है जिसकी थीम वी आर द वल्र्डः यूनिटी इन डायवर्सिटी है। वेदंाता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर बापू और मार्टिन लूथर किंग जूनियर को भारत की सुधा रघुरामन और फ्रांस की जैफरी एमपोंडो संगीतमय श्रृद्धांजली देगें।
फेस्टिवल उदयपुर शहर के 6 प्रमुख स्थानों पर आयोजित किया जाएगा, अंबरयी घाट, गांधी गा्रउण्ड, फतह सागर पाल, महाराणा प्रताप एयरपोर्ट, उदयपुर रेल्वे स्टेशन पर स्वागत, एमएमपीएस विद्यालय में कलाकारों की प्रस्तुती होगी।
इस साल इस फेस्टिवल में भारत के गिन्नी माही, सुधा रघुरामन, मामे खां, वेन चाई मेट टोस्ट, थाईकुडम ब्रिज, माली के हबीब कोइते, फा्रस के नो जेज, स्पैन के आक्वेस ग्रासेस, स्विटजरलैंड के श्नेलरटोलरमियर जैसे ख्यातनाम कलाकार अपनी प्रस्ततियां देगें।
इस अवसर पर सहर के संस्थापक निदेशक संजीव भार्गव ने कहा कि जब दुनिया भर को संगीत भारत में अपनी पहचान जमा रहा है साथ ही अपनी संस्कृति पंरपरा, भाषा और विचारों को अनूठा संगम प्रस्तुत कर रहा है। हमें संगीत प्रेमियों के लिए इस बहुप्रतिक्षित और अनूठे फेस्टिवल के पांचवें संस्करण को आयोजित करने पर बेहद खुशी है। यह एसा मंच है जहां संगीत प्रेमी संगीत कलाओं की सभी विधाओं को आनंद उठा सकेगें। यह फेस्टिवल स्थानिय कलाकारों को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान करता है। पिछले वर्ष इस फेस्टिवल की लोकप्रियता में काफी वृद्धि हुई है। हम इस बार इस फेस्टिवल में आने वाले सभी अतिथियों का तहेदिल से स्वागत करते है और हमें आशा है कि संगीत प्रेमी इस वर्ष भी इस आयोजन का लुत्फ उठाएंगे।