अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा मेवाड़ द्वारा समिति भंग को करने, पाठ्यक्रम में बदलाव स्थगित करने तथा मंत्री के इस्तीफे की मांग
मेवाड़ के इतिहास के साथ शिक्षा विभाग द्वारा की गई कथित छेड़छाड़ को लेकर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा मेवाड़ के आंदोलन एवं चेतावनी के बाद ई कंटेंट हटा दिया गया है।
महासभा के जिला अध्यक्ष यादवेंद्र सिंह रलावता ने बताया कि हल्दीघाटी दिवस पर महासभा को जैसे ही ज्ञात हुआ कि मेवाड़ के इतिहास के साथ शिक्षा विभाग द्वारा छेड़छाड़ की जा रही है । इस पर महासभा पदाधिकारियों ने अपनी तुरन्त रणनीति तैयार कर उसी दिन योजनाबद्ध तरीके से राजस्थान बोर्ड के 10 वीं तथा 12 वीं कक्षा की दो पुस्तकों में मेवाड़ के इतिहास के संदर्भ में जो विसंगतियां थीं, उसको लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन देकर विरोध दर्ज करवाया औऱ शिक्षा मंत्री को ईमेल पर प्रकरण की सूचना दी। समाजों व नेताओं को भी इस विरोध में सम्मिलित किया और उनके माध्यम से भी विरोध दर्ज करवाया। पहले दिन से ही राजस्थान के 2 प्रसिद्ध इतिहासकारों देव कोठारी, पाठ्यक्रम के वर्तमान संयोजक एवं केएस गुप्ता, पूर्व संयोजक को साथ लेकर प्रथम दिन से ही विषय के विधिक पक्ष को समझते हुए आधिकारिक प्रामाणिकता दी एवं इतिहासकारों का लिखित में विरोध का पत्र प्राप्त किया।
महासभा ने इतिहासकारों से वार्ता की एवं ऐतिहासिक दस्तावेजों का प्रताप शोध संस्थान में अध्यन कर आगे की रणनीति तय की। 23 जून को ही बढ़ते क्रम में सभी समाज, संगठन का सहयोग एवं महेंद्र सिंह शेखावत एवं पूर्व पीसीसी सदस्य भीम सिंह चूंडावत के सहयोग से जनप्रतिनिधियों दीपेंद्र सिंह शेखावत, प्रताप सिंह खाचरियावास, देवी सिंह भाटी एवं नरपत सिंह राजवी से राजनीतिक दबाव के क्रम के साथ ही महासभा ने स्थानीय नेताओं को पत्र एवं वार्ता कर इस मामले की मुख्यमंत्री से पैरवी करने को कहा। महासभा ने मेवाड़ राजपरिवार से मुलाकात और मार्गदर्शन प्राप्त कर आगामी रणनीति निर्धारित की। फलस्वरूप 23 जून शाम तक सरकार ने 12वीं की ई बुक हटाई है किन्तु अभी भी नई पुस्तक राजस्थान का इतिहास और संस्कृति जिसमें मेवाड़ के इतिहास को गलत तरीके से बताया गया है इसे अभी हटाना शेष है ।
रलावता ने बताया की महासभा कार्यसमिति ने समिति भंग को करनेए पाठ्यक्रम में बदलाव स्थगित करने तथा मंत्री के इस्तीफे की माँग की। बैठक में संभाग प्रभारी शक्ति सिंह करोही, महामंत्री हेमेंद्र सिंह दवाना, सुदर्शन सिंह करोही राजेंद्र सिंह चौहान, राजेंद्र सिंह डेगाना, देवेंद्र सिंह भाटी आदि उपस्थित थे।