समय पर आपरेशन नहीं होने से हो सकती है लकवे की समस्या
उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल काॅलेज एवं हाॅस्पीटल में 45 बर्षीय प्रेमचन्द मीणा के श्वानोमा की गाँठ का सफल आॅपरेशन कर भविष्य में होने वालें लकवें जैसी बीमारी के खतरें से निजात दिलाई। डेढ़ घंटे चले इस सफल आॅपरेशन को करने वाली टीम में जोईन्ट एवं स्पाईन सर्जन डाॅ. सालेह मोहम्मद कागजी, डॉ. नीरव, ऐनेस्थिटिस्ट डॉ. निकिता एवं प्रवीण का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
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दरअसल झाडोल निवासी प्रेमचन्द मीणा को पिछले एक महिने से अचानक कमर में दर्द व पाँव में कमजोरी की समस्या हो गयी थी। तेजदर्द व कमजोरी की वजह से चलने फिरने में दिक्कत होने लगी एवं बिस्तर पकड़ लिया एवं कोरोना महामारी के चलते इलाज में देरी हो रही थी।
परिजनों ने प्रेमचन्द को पेसिफिक हॉस्पिटल,भीलों का बेदला में जोईन्ट एवं स्पाईन सर्जन डाॅ.सालेह मोहम्मद कागजी को दिखाया तो जाॅच करनें पर कमर की नसों पर एक इंच बड़ी दुर्लभ, श्वानोमा की गाँठ, पायी गई,जिसका तुरंत ऑपरेशन किया। आॅपरेशन में मरीज के कमर की नसों की गाँठ को सुरक्षित तरीके से अलग किया व हमेशा के लिए राहत दी। आॅपरेशन के बाद, मरीज कोे दर्द से तुरंत छुटकारा मिल गया एवं अगले दिन से ही चलना फिरना शुरू कर दिया।
डॉ.कागजी ने बताया कि इस तरह की गाँठ जो नसों पर दबाव बनाती हैं ऐसे गाँठ का तुरंत ऑपरेशन बहुत जरूरी हें, अन्यथा मरीज को पाँव में लकवा हो सकता है एवं मूत्र रूक जाता है। चेयरमेन राहुल अग्रवाल ने बताया कि पेसिफक हॉस्पिटल, स्पाईन सर्जरी में दक्षिणी राजस्थान में एक उच्चस्तरीय आधुनिक सर्जरी से सुसज्जित व अग्रणी हॉस्पिटल हैं, जहां कमर की नसों के ऑपरेशन सूक्ष्म दूरबीन से शत प्रतिशत सुरक्षा से किए जा रहें है। मरीज अभी पूरी तरह से स्वस्थ्य है और उसे छुट्टी दे दी गई है।