विशिष्ट गतिविधियों में अव्वल रहने वाले विद्यार्थियों और मेंटर्स का बढ़ाया मान
उदयपुर। जीवन में किताबी शिक्षा जीतनी महत्वपूर्ण हैं उतनी ही अन्य गतिविधियां भी लेकिन वर्तमान शिक्षा बच्चों के सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास और प्रतिभा निखारने के अवसरों को कम करती जा रही है। बच्चों पर पढ़ाई में अव्वल रहने का अनावश्यक दबाव अभिभावकों द्वारा बनाया जाता है इस कारण वे अपनी असली प्रतिभा को लोगों के सामने नहीं ला पाते हैं, जबकि नयी शिक्षा नीति बच्चों की स्वरूचि के अनुसार शिक्षा देने पर जोर देती है, यह विचार पेसिफिक यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित सुपर स्टूडेंट सम्मान समारोह में सामने आए।
पेसिफिक यूनिवर्सिटी परिसर में हुए सुपर स्टूडेंट अवार्ड सीजन थर्ड सम्मान समारोह में संभाग भर के शिक्षा के साथ अन्य गतिविधियों में अव्वल रहे प्रतिभावान विद्यार्थियों और उनके मेंटर्स और कोच का सम्मानित किया गया।
पेसिफिक यूनिवर्सिटी में डायरेक्टर ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट तथा कार्यक्रम संयोजक डॉ. शंकर चौधरी ने बताया कि सुपर स्टूडेंट अवार्ड के लिए संभाग भर से 450 से अधिक बच्चों ने आवेदन किया जिसमें 200 विद्यार्थीयो का चयन किया गया जिन्होने दसवीं और बारहवीं में 60 प्रतिशत से अधिक अंक लाए तथा अन्य गतिविधियों जैसे खेल, संगीत, डांस, ड्राईंग, पेटिंग, क्विज पर जिला स्तर, राज्य स्तर या राष्ट्रीय स्तर पर भाग लिया तथा उच्च स्थान प्राप्त किया हो या किसी अन्य प्रतियोगिता का हिस्सा बने हों ऐसे विद्यार्थियो को सम्मानित करने के लिए एक मंच प्रदान किया गया। इस अवार्ड्स को चार श्रेणी में बांटा गया जिसमें खेल, सांस्कृतिक, विभिन्न अन्य गतिविधियों मे बांटा गया। खेल श्रेणी में सर्वाधिक आवेदन आये जिनमे मुख्य क्रिकेट, हॉकी, स्वीमिंग, स्केटिंग, शुटिंग, नेट बॉल शामिल हैं, अन्य केटेगरी में भी कई आवेदन आये, इन सभी में से श्रेष्ठ का चयन कर उन्हें सम्मान के रूप में ट्रॉफी और प्रमाण पत्र दिये गये।
पेसिफिक युनिवर्सिटी प्रेसिडेंट प्रो. के. के. दवे ने कहा कि पेसिफिक यूनिवर्सिटी शुरूआत से ही प्रतिभावान विद्यार्थियों को आगे लाने के लिए प्रयासरत रहती है इसी उद्देश्य के साथ सुपर स्टूडेंट अवार्ड शुरू किया गया था। नयी शिक्षा नीति भी बच्चों की रूचि के अनुसार शिक्षा का समर्थन करती है। कोरोना गाइडलाइन को फोलो करते हुए इस तीसरे सीजन में विद्यार्थियों ने सर्वाधिक उत्साह दिखाया और सबसे ज्यादा प्रविष्टियां आयी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संभाग जिला शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश जी आमेटा, माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के जिला शिक्षा अधिकारी मुकेश जी पालीवाल, गीतकार और कॉरियोग्राफर श्री अथर्व जोशी, कॉरियाग्राफर राजेश जी शर्मा, स्पोर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ इण्डिया एवं स्वीमिंग के चीफ कोच दिलीप सिंह जी चौहान थे। आमेटा ने पेसिफिक यूनिवर्सिटी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि प्रतिभावान बच्चे मंच और प्रोत्साहन नहीं मिलने के कारण पीछे रहे जाते हैं ऐसे में सुपर स्टूडेंट अवार्ड कार्यक्रम उनमें नया जोश और उत्साह भरने का काम करेगा। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय में सभी डीन व डायरेक्टर उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुभाष शर्मा ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम के संयोजक एंव शारिरीक शिक्षा कॉलेज के निदेशक डॉ. जोगेन्द्र सिंह खांगरोत ने किया एवं पेसिफिक यूनिवर्सिटी में होने वाले विभिन्न प्रतियोगिताओं और उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी।