हिन्दुस्तान जिंक द्वारा विश्व कुष्ठ रोग उन्मूलन दिवस के उपलक्ष्य में अपनी इकाइयों के विभिन्न स्थानों पर स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत विविध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर करीब 480 से अधिक लोग लाभान्वित हुए।
यह दिवस कुष्ठ रोग के प्रति जागरूकता बढाने और इससे सम्बन्धित भ्रांतियां और भेदभाव को समाप्त करने का संदेश देता हैं। कुष्ठ रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाने के बारे में जानकारी दी गयी। यह एक संक्रामक पुरानी बीमारी जो आमतौर पर तंत्रिका तंत्र एवं पैरों-हाथों और चेहरे को प्रभावित करती है।
गांवों में हुए इन जागरूकता सत्रों में कुष्ठ रोग क्या है, इससे किसको खतरा हो सकता हैं, यह कैसे फैलता है, फैलने के प्रति लोगों में भ्रांतियों को दूर किया गया। साथ ही इसे रोकथाम के उपाय, उपचार, कुष्ठ रोग संक्रमण के बाद के लक्षण, किन से नहीं फैलता है और कुष्ठ रोग की जटिलताओं के बारे में जानकारी दी गई।
ये सत्र दरीबा के तीन गांवों कोटड़ी, शिवपुरा एवं रघुनाथपुरा में करीब 180, कायड़ के 4 गांवों पदमपुरा, चचियावास, गगवाना और कायड़ में 175 और देबारी के 3 स्थानों पृथ्वीसिंह का खेड़ा, पावर हाउस चैराहा और जिंक चैराहा पर आयोजित कार्यक्रमों में 120 सहित कुल 475 से अधिक लोगों को कुष्ठ रोग के प्रति जागरूकता सत्र आयोजित किए गए।