हिन्दुस्तान जिंक धातु और खनन की दो भारतीय कंपनियों में से एक है जिसे सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक 2022 में शामिल किया गया
उदयपुर। भारत की एकमात्र एवं विश्व की अग्रणी एकीकृत सीसा-जस्ता-चांदी की सर्वाेच्च उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान जिंक ने पहला कांस्य पदक जीता है और एसएंडपी ग्लोबल द्वारा लगातार पांचवें वर्ष प्रतिष्ठित सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक में शामिल किया गया है। सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक एक प्रभावी गाइड है जो कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी पर गहन विश्लेषण प्रदान करती है। कंपनी की सस्टेनेबिलिटी परफॉर्मेंस उद्योग में शीर्ष पर है और यह दुनिया की सबसे अधिक प्रदर्शन करने वाली कंपनियों में से एक है।
दुनिया के बाजार पूंजीकरण का 45 प्रतिशत से अधिक का प्रतिनिधित्व करने वाली 2100 से अधिक कंपनियों ने कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी एसेसमेंट (सीएसए) में भाग लिया और कुल 7500 कंपनियों को ईयरबुक में शामिल करने के लिए जांचा गया। ईयरबुक में शामिल होने के लिए कंपनियों को अपने क्षेत्र के शीर्ष में 15 प्रतिशत में होना चाहिए और ऐसा स्कोर हासिल करना चाहिए जो पर्यावरण, सामाजिक और शासन दोनों मुद्दों पर अपने उद्योग में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली कंपनियों के शीर्ष के 30 प्रतिशत के अंदर हो। सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे व्यापक व्यावसायिक सस्टेनेबिलिटी डेटाबेस में से एक है। इस ईयरबुक का उद्देश्य उन कंपनियों को पहचानना है जो सर्वश्रेष्ठ इन क्लास कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी प्रेक्टिसेस का प्रदर्शन करती है और दीर्घकालिक विकास पर ध्यान केन्द्रित करती है।
हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ अरूण मिश्रा ने ईयरबुक में शामिल होने पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि सुरक्षित, स्मार्ट और सतत खनन हिन्दुस्तान जिंक में सभी संचालन के आंतरिक पहलु है और हमें इसमें शामिल होने के साथ साथ कांस्य पदक जीतने पर गर्व है। हमारी टीमें साल दर साल हिन्दुस्तान जिंक के ईएसजी प्रदर्शन को बेहतर बनाने का प्रयास करती है और एसएंडपी ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक में एक ओर समावेश इस प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। हमारे सभी प्रयास हमारे सस्टेनेबिलिटी गोल्स 2025 और नेट जीरो के विजन के अनुरूप हैं।
हिन्दुस्तान जिंक स्मार्ट, सुरक्षित और सस्टेनेबल खनन के माध्यम से एक स्थायी भविष्य की फिर से कल्पना करने के लिए अपने स्टेकहोल्डर्स के साथ निकटता से जुड़ा हुआ है जिससे इसके सभी हित संचालन हरित और अधिक कुशल हो गए हैं। इन परिभाषित उद्देश्यों के साथ कंपनी जीएचजी उत्सर्जन को कम करने, पानी को सकारात्मक रखने, अपशिष्ट को रिसाइकिल करने, जैव विविधता को बढ़ावा देने, कार्यस्थल की सुरक्षा और विविधता सुनिश्चित करने और उन समुदायों के समावेशी विकास को सक्षम करने का प्रयास करती है जिनमें यह संचालित होता है। 2025 के लिए कंपनी के सस्टेनेबल गोल एक कंपास के रूप में कार्य करते हैं जिसके चारों ओर यह अपने संचालन और पक्रियाओं की योजना बनाता है। सीएसए 2021 के आधार पर डाउ जोन्स सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स द्वारा हिन्दुस्तान जिंक को एशिया प्रशांत में पहला और वैश्विक स्तर पर धातु खनन उद्योग में पांचवां स्थान दिया गया है।