‘विश्व गुर्दा दिवस‘ पर वर्कशॉप
उदयपुर । पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में आज विश्व गुर्दा दिवस पर एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया। लोगों को किडनी की बीमारी के प्रति जागरूक करने के उद्धेश से गुर्दा रोग विभाग और मूत्र रोग विभाग की ओर से आयोजित इस वर्कशॉप का उद्घाटन पेसिफिक मेडिकल विश्वविधालय के वाइस चॉसलर डॉ.ए.पी.गुप्ता,पीएमसीएच के प्रिसिंपल डॉ.एम.एम.मंगल, गुर्दारोग विशेषज्ञ डॉ.मोहित नारेडी, मूत्र रोग विशेषज्ञ डॉ.हनुवन्त सिंह राठौड़ एवं डॉ.क्षितित रॉका ने किया।
इस अवसर पर गुर्दारोग विशेषज्ञ डॉ.मोहित नारेडी ने कहा कि पिछले कुछ सालों से किडनी के मरीजों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है। लोगों को किडनी की बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल विश्व किडनी दिवस (ॅवतसक ापकदमल कंल 2022) मनाया जाता है। इस बार इसकी थीम ‘किडनी हेल्थ फॉर ऑल’ रखी गई है. जिसका मतलब है कि सभी के किडनी का स्वस्थ रहना जरूरी है। डॉ.मोहित का कहना है कि किडनी की बीमारी का शुरुआती दौर में आसानी से पता नहीं चलता है, लेकिन अगर लोग जागरूक रहेंगे और लक्षणों पर ध्यान दें तो समय रहते ही इस बीमारी का पता चल सकता जिससे की इलाज में आसनी हो सके।
इस दौरान मूत्र रोग विशेषज्ञ डॉ.हनुवन्त सिंह राठौड़ ने बताया कि किडनी किसी के जीवन को कैसे प्रभावित कर सकते हैं। मानव शरीर को ठीक से काम करने के लिए किडनी की आवश्यकता होती है और स्वस्थ किडनी के बिना सबसे आसान काम भी एक बेहद मुश्किल काम बन जाता है। ऐसे में खानपान और लाइफस्टाइल पर ध्यान देने से किडनी की बीमारियों से बचा जा सकता है।
इस अवसर पर मूत्र रोग विशेषज्ञ डॉ.क्षितित रॉका ने कहा कि किडनी न केवल विभिन्न मेटाबॉलिज्म अपशिष्ट से खून को शुद्ध करती हैं, बल्कि यह बल्ड प्रेशर को रेगूलेट करने, हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मदद करती है, ये हीमोग्लोबिन को सामान्य और हमारे शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स को बेहतर बनाए रखने में मुख्य भूमिका निभाती है। किडनी की बीमारी एक साइलेंट किलर हो सकती है. क्योंकि इस बीमारी में आमतौर पर लंबे समय तक कोई लक्षण नजर नही आता है। समय पर जांच कराने से किडनी की बीमारी का पता जल्दी लगाया जा सकता है। इससे मरीज के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचने से पहले ही इसे रोका जा सकता है।
किडनी दिवस का उद्देश्य दुनिया भर में गुर्दे के महत्व और गुर्दे की बीमारी और इससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं के प्रभाव के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना है।
इस दौरान मेडिकल के विधार्थीयो के क्विज कॉम्पिटिशन का आयोजन किया गया जिसमें विजेताओ को पुरूस्कार देकर सम्मानित किया गया।