उदयपुर में 89 करोड़ की लागत के होने वाले तीन विकास कार्यों का किया शिलान्यास
राज्य में कुल 3,324 करोड़ रूपए के विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण
उदयपुर/जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरूवार को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 3324 करोड़ रूपए की लागत की 3063 किमी लंबाई की सड़कों, आरओबी तथा पुलों के निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इस दौरान उदयपुर को भी सौगात देते हुए मुख्यमंत्री ने 89 करोड़ की लागत के तीन विकास कार्यों का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों का विकास नागरिक जीवन की मूलभूत आवश्यकता है। जहां सड़कों का विकास होगा वहां नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और अधिक से अधिक उद्योगों की स्थापना होगी। राज्य सरकार प्रदेश के चहुंमुखी विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
उदयपुर में मिली सौंगातें
मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने उदयपुर जिले को भी विभिन्न निर्माण कार्यों की सौगात दी। इस कार्यक्रम के तहत उदयपुर के 89 करोड़ रुपए की लागत से होने वाले तीन विकास कार्यों का शिलान्यास हुआ। सीएम ने 18 करोड़ की लागत से झल्लारा से धरियावद से प्रतापगढ़ सड़क के चौड़ाईकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य का शिलान्यास, 54 करोड़ की लागत से ऋषभदेव- सराडा- बलुआ-जगत-झामेश्वर उदयपुर सड़क सुदृढ़ीकरण एवं नवीनीकरण कार्य का किया शिलान्यास व 17 करोड़ की लागत से झाडोल देवास गोगुंदा सड़क के चौड़ाईकरण और सुदृढ़ीकरण कार्य का वर्चुअल शिलान्यास किया। ये तीनों ही कार्य 2023 मई तक पूर्ण हो जाएंगे। इस वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान उदयपुर जिला मुख्यालय से जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा, राजस्थान अनुसूचित जनजाति परामर्शदात्री परिषद के सदस्य लक्ष्मीनारायण पंड्या सहित सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी एवं अन्य वीसी के माध्यम से उपस्थित रहे।
गुणवत्ता से नहीं किया जाएगा कोई समझौता
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों की गुणवत्ता सुनिश्चित करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए निरीक्षण प्रणाली को और अधिक सुदृढ़ किया जाएगा तथा गुणवत्ता नियंत्रण शाखा के अधिकारियों द्वारा सघन निरीक्षण भी सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करने तथा उचित मापदण्डों के अनुसार सड़कों का निर्माण करने के लिए प्रतिबद्ध है। श्री गहलोत ने कहा कि विभागीय अधिकारी ठेकेदारों से समन्वय कर सड़क बनने के बाद आवश्यक रखरखाव सुनिश्चित करें। इसके लिए ठेकेदारों के साथ किए गए अनुबंध में मौजूद सभी शर्तों की पालना आवश्यक रूप से करवाई जाए। साथ ही, अधिकारी नियमित एवं औचक दौरे कर निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करें।
राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण में राजस्थान अग्रणी
श्री गहलोत ने कहा कि राजस्थान राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण में देशभर में अग्रणी राज्य बन चुका है तथा इनके निर्माण के लिए राज्य सरकार तमाम तरीकों से केन्द्र सरकार का सहयोग कर रही है। दिल्ली-वडोदरा तथा अमृतसर-जामनगर राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण कार्य राज्य सरकार के सहयोग के कारण तेजी से पूरा हो रहा है। भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत चल रहे सड़क निर्माण कार्यों में राज्य सरकार द्वारा निशुल्क राजकीय भूमि उपलब्ध करवाई गई है। इसके अतिरिक्त भूमि अधिग्रहण, अतिक्रमण हटाने तथा वनक्षेत्र से गुजरने वाले मार्गों के लिए आवश्यक स्वीकृतियां जारी करने में राज्य सरकार का पूरा सहयोग रहा है। यही कारण है कि राज्य में तेजी से गुणवत्तापूर्ण राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण हो रहा है।
सार्वजनिक निर्माण मंत्री श्री भजनलाल जाटव ने कहा कि प्रदेश के विकास में सड़कों की अहम भूमिका है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में सड़कों का एक बड़ा जाल बिछाया जा रहा है। अच्छी सड़कें होने से यातायात सुगम होता है तथा औद्योगिक विकास को भी गति मिलती है। इसी को ध्यान में रखते हुए सभी सड़क निर्माण गुणवत्तापूर्ण किए गए हैं। प्रमुख शासन सचिव पीडब्ल्यूडी श्री नवीन महाजन ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से नवीन लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यां के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने भविष्य में किए जाने वाले विभिन्न विकास कार्यों के बारे में भी जानकारी दी। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री श्री भंवरसिंह भाटी, कृषि मंत्री श्री लालचंद कटारिया, मुख्यमंत्री सलाहकार श्री संयम लोढ़ा, मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा, प्रमुख शासन सचिव वित्त श्री अखिल अरोरा, शासन सचिव पीडब्ल्यूडी श्री चिन्नहरी मीना, अतिरिक्त सचिव पीडब्ल्यूडी श्री संजीव माथुर सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। साथ ही, विभिन्न जिलों से जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी वीसी के माध्यम से जुड़े।