उदयपुर शहर के धैर्य और कामाक्षी शाक्य 21 को जाएंगे जयपुर
उदयपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए इस बार दिवाली कोरोना से माता-पिता खो चुके बच्चों के साथ बनाने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री इन बच्चों के साथ खुशियां बांटना चाहते है, इसलिए उन्होंने ऐसे कई बच्चों 21 अक्टूबर को जयपुर बुलाया है और मुख्यमंत्री इन बच्चों से मुलाकात कर इनके साथ लंच करेंगे। इस कार्यक्रम के उदयपुर के सेक्टर 6 में रहने वाले धैर्य व कामाक्षी शाक्य को भी आमंत्रित किया गया है।
इससे पूर्व बुधवार को इन दोनों बच्चों से जिले के प्रभारी और राजस्व मंत्री रामलाल जाट और जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के राज्यमंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने मुलाकात की और उनकी पढ़ाई और करियर के बारे चर्चा करते हुए राज्य सरकार द्वारा उनको दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। इस दौरान मंत्री जाट व बामनिया ने दोनों बच्चों को मिठाई खिलाकर उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उदयपुर के हिरणमगरी सेक्टर 6 में रहने वाले 13 वर्षीय धैर्य व 7 वर्षीय कामाक्षी शाक्य वर्तमान में केन्द्रीय विद्यालय एकलिंगगढ़ छावनी में अध्ययनरत है।
जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार इस बच्चों को संबल के साथ आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। कोरोना सहायता योजनान्तर्गत दोनों बच्चों को एक-एक लाख रुपये एक मुश्त देय अनुदान राशि का भुगतान किया गया है वहीं कोविड-19 एक्स ग्रेसिया के तहत संरक्षक को देय एक मुश्त राशि के रुप में 50 हजार रुपये का भुगतान किया गया है। इन्हें 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर एक मुश्त देय सहायता राशि के तहत 5-5 लाख रुपये का अनुदान दिया जाएगा।
इस मौके पर समाजसेवी लालसिंह झाला, जे.पी.अग्रवाल और सेव द गर्ल चाइल्ड की ब्रांड एंबेसडर डॉ. दिव्यानी कटारा और धैर्य व कामाक्षी के बुआ का पुत्र कमलेश शाक्य आदि मौजूद रहे।