उदयपुर। व्यापार की दुनिया में तीव्र गति से बदलाव आ रहा है और बिजनेस डेटा एनालिटिक्स के क्षेत्र में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। यह बात फैकल्टी ऑफ मैनेजमेन्ट, पेसिफिक विश्वविद्यालय की डीन, प्रो. महिमा बिड़ला ने विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित सात दिवसीय ऑनलाईन फैकल्टी डवलपमेन्ट प्रोग्राम के उद्घाटन सत्र में कही।
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में नौकरियों में प्रतिवर्ष 28 प्रतिशत की वृद्धि देखी जा रही है और आगे चल कर भी इस क्षेत्र में अपार सम्भावनाऐं है। बड़े, मध्यम एवं छोटे हर स्तर के उद्योग व्यापार में बिजनेस डेटा एनालिटिक्स का उपयोग बढ़ रहा है। और यह व्यापार की सफलता का अपरिहार्य अंग बन गया है। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में प्रो. रमेश राजगोपालन, सीईओ, सेट कनेक्ट ने कहा कि जो व्यापार एवं उद्योग बिजनेस डेटा एनालिटिक्स का उपयोग नहीं करेंगे वह धीरे-धीरे पिछड़ते चले जायेंगे। भारत को अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार प्रबंधन में अग्र पंक्ति में लाने के लिए बिजनेस डेटा एनालिटिक्स की महत्ती आवश्यकता है। इस क्षेत्र में नौकरियों में जबरदस्त मांग को देखते हुए पेसिफिक विश्वविद्यालय ने एमबीए इन बिजनेस एनालिटिक्स का कोर्स भी शुरू किया है। एमईटी इंस्टीट्युट ऑफ मैनेजमेन्ट, मुम्बई के प्रो. श्वाति लोढ़ा और डा. निर्मला जोशी भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम संयोजक डा. शिवोह्म सिंह ने बताया कि बिजनेस डेटा एनालिटिक्स की सामयिकता के मद्देनजर इस क्षेत्र में फैकल्टी को अपडेट करने के उद्देश्य से पेसिफिक विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेन्ट द्वारा एक सप्ताह के फैकल्टी डवलपमेन्ट प्रोग्राम का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात, पंजाब, कर्नाटक तथा राजस्थान के विभिन्न संस्थानों के 42 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में खाड़ी देशों के भी 4 शिक्षकों ने भाग लिया। इस एक सप्ताह तक विभिन्न सत्रों में कार्यशाला में विषय विशेषज्ञों द्वारा स्टेटिस्टिकल एनालिटिक्स, प्रीडिक्टीव एनालिटिक्स, ऑपटिमाइजेशन एनालिटिक्स, फोरकास्टिंग तथा डेटा माइनिंग आदि विषय पर गहन प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यशाला समन्वयक डा मनुज जोशी ने बताया कि उपरोक्त विषयों के अलावा एडवांस एक्सल डेटा व्युजुलाइजेशन का प्रशिक्षण भी दिया गया। कार्यशाला के रिसोर्स परर्सन बिजनेस डेटा एनालिटिक्स के विशेषज्ञ डा. शिवोह्म सिंह व डा. मनुज जोशी रहे। उन्होंने बताया कि किस प्रकार से अलग-अलग कम्पनियाँ तथा सरकारें इस चुनौति पूर्ण समय में बिजनेस एनालिटिक्स का प्रयोग कर रिस्क को मिनिमाइज करती है।