आसानी से मिलेंगी दवाईयां
उदयपुर। राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले का सबसे बड़ा महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय निरंतर गुणवत्ता में सुधार की ओर अग्रसर है। चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन ने बताया कि चिकित्सालय में अनेक क्षेत्रों में एनएबीएच गाइडलाइन के मुताबिक सुधार विस्तार किया गया है।
इसी श्रृंखला में फार्मेसी का भी आधुनिकीकरण किया गया है। वर्तमान में चिकित्सालय में 31 फार्मेसी स्थापित है और यहां पर प्रतिदिन भर्ती 1500 से 1800 मरीजों के साथ अन्य कुल 4 हजार मरीजों को दवाई दी जाती है। वर्तमान में इसका आधुनिकीकरण किया गया। जिसके तहत दवाइयों को अल्फाबेटिक संधारण, नियरेस्ट एक्सपायरी ड्रग्स का सेपरेशन, लासा ड्रग्स का संधारण, नारकोटिक पॉलिसी लागू करना एवं फार्मेसी पर फार्मासिस्ट का लाइसेंस प्रदर्शित करने जैसे कार्यों को किया गया है।
अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन ने बताया कि चिकित्सालय में गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ सभी सेवाओं में ध्यान दिया जा रहा है। जिसके तहत फार्मेसी की सेवाओं को भी सुदृढ़ीकरण किया गया है । मरीज को लाइन में कम से कम समय लगे,सही दवा मिले, पूरी दवा मिले, साथ ही फार्मेसिस्ट समझा दे कि दवाई किस किस तरह से लेना है, इन सब का भी पूरा ध्यान रखा जाता है। जब भी कभी अचानक भीड़ बढ़ती है, तो उनको दवाई वितरण की प्रणाली में अन्य फार्मासिस्ट बुलाकर जल्दी ही वितरित करने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी तरह की शिकायत होने पर क्यूआर कोड एवं अधीक्षक के नंबर भी प्रदर्शित किए गए हैं। डॉ सुमन ने बताया कि मरीज अथवा परिजन चिकित्सालय की किसी भी समस्या के संबंध में किसी भी वक्त अवगत करा सकते हैं।