पेसिफिक स्कूल ऑफ डिजाइन में जूट मेक्रमे पर कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें शिल्पकार सीमा कंठालिया ने पेसिफिक यूनिवर्सिटी देबारी के छात्रों को विभिन्न तकनीकी से जूट मेक्रमे के विभिन्न उत्पाद बनाने की विधि का प्रशिक्षण दिया व वर्तमान समय में जूट मेक्रमे के महत्व से अवगत कराया।
पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से पॉलिथिन बेग्स इत्यादि के स्थान पर जूट उत्पादों का एक महत्वपूर्ण स्थान है तथा जूट मेक्रमे कला से उत्पाद तैयार कर आजिविका का एक माध्यम बन सकता हैं। जिसे प्रतिभागियों द्वारा सक्रीय भाग लेकर बडी रुचि से समझा गया।
कार्यशाला में पेसिफिक स्कूल ऑफ डिजाइन विभागाध्यक्ष गुंजन शर्मा ने इन्टिरियर डिजाईन, फेशन डिजाईन एवं टेक्सटाईल डिजाईन के विभिन्न पाठ्यक्रमों से छात्रों को अवगत कराया कि आने वाले समय में डिजाइन पाठ्यक्रमों का महत्व रोजगार के लिये एक प्रमुख साधन होगा।