तीन दिवसीय राजस्थान उज्ज्वल प्रदर्शनी प्रारम्भ
उदयपुर। भारत सरकार की ओर से 27 जुलाई से होटल इंदर रेजीडेंसी में आज से प्रारम्भ हुई तीन दिवसीय उज्ज्वल राजस्थान आत्मनिर्भर भारत 2023 प्रदर्शनी के प्रथम दिन स्कूली छात्रों ने प्रदर्शनी देख कर जानकारी प्राप्त कर उत्सुक हुए।
प्रदर्शनी संयोजक दिल्लीः विजुअल के मीतू पाल एवं मनीष गुप्ता ने बताया कि प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य आमजन के साथ खासकर विद्यार्थियों और किसानों को सरकारी योजनाओं के साथ जोड़ना है। किसानों, विद्यार्थियों और आमजन के लिए सरकारी स्तर पर कई तरह के कार्य किए जा रहे हैं। कई सारी सुविधाएं एवं सहायता प्रदान की जा रही है लेकिन आमजन को इसकी जानकारी नहीं होने की वजह से वह इन योजनाओं और सुविधाओं का पर्याप्त लाभ नहीं उठा पाते हैं। प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य यही है कि एक ही छत के नीचे भारत सरकार और राज्य सरकार के विभिन्न डिपार्टमेंट एवं कई औद्योगिक संस्थानों के प्रतिनिधि यहां उपस्थित होते हैं और आने वाले आमजन को सरकारी योजनाओं के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं। इसके साथ ही बच्चों में किसानों में आमजन में कोई भी योजनाओं संबंधी जिज्ञासा होती है या कोई सवाल होते हैं तो उनका भी पूर्ण समाधान किया जाता है। देश के विभिन्न हिस्सों से प्रदर्शनी में आए विभिन्न संस्थानों और सरकारी उपक्रमों की 50 से ज्यादा स्टोर्स यहां लगी हुई है।
प्रदर्शनी के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी का समय प्रातः 10 से शाम 5 बजे तक चलेगी। प्रदर्शनी में 50 से ज्यादा स्टॉल लगी हुई है जहां अलग-अलग विभिन्न क्षेत्रों के बारंे में जानकारियां प्रदान की जा रही है। प्रदर्शनी को रोजाना करीब 5000 से ज्यादा लोग देखते हैं और जानकारियां जुटाकर जाते हैं। प्रदर्शनी में खासकर युवाओं के लिए काफी जानकारियां हैं जो भविष्य में उनके कैरियर में मील का पत्थर साबित होंगी। मुख्य रूप से इसरो, डीआरडीओ, हैंडीक्राफ्टस, एमआरसीआर, भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण, डिपार्टमेंट ऑफ एटॉमिक एनर्जी, केंद्रीय भेड़ एवं ऊन संस्थान स्पोर्ट्स बोर्ड, आशा महिला मिल्क और हुडको जैसे संस्थानों और उद्योगों की स्टाल्स है। यहां पर बच्चों, विद्यार्थीयों व आमजन एवं किसानों को काफी प्रभावित कर रही हैं। यहां की सबसे बड़ी बात यह है किसानों, बच्चों एवं विद्यार्थियों को जो जानकारियां जुटाने के लिए अलग-अलग शहरों के अलग-अलग जगहों पर जाना पड़ता है वह जानकारियां उन्हें एक ही छत के नीचे कुशल एवं प्रशिक्षित इंजीनियरों एवं अफसरों से मिल जाती है।