उदयपुर। पाहेर विश्वविद्यालय के पेसिफिक पॉलिटेक्निक व पेसिफिक इंस्टिट्यूट ऑफ फायर एंड सेफ्टी मैनेजमेंट कॉलेज के प्रथम वर्ष के छात्रों का इंडक्शन प्रोग्राम का समापन हुआ।
इसके तहत प्रथम दिन मनोज जोशी मैनेजिंग डायरेक्टर मोल्ड मेक्सर्स , प्रोफेसर केके दवे वाइस चांसलर पाहेर यूनिवर्सिटी, डॉ. मुकेश श्रीमाली निदेशक पेसिफिक पॉलिटेक्निक कॉलेज, लॉ कॉलेज डायरेक्टर डॉ सुभाष शर्मा ने दीप प्रज्वलन करके कार्यक्रम की शुरुआत की तथा सभी छात्रों का नए सत्र के लिए स्वागत किया गया व शुभकामनाएं दीं।
द्वितीय दिवस व तृतीय दिवस पर दो वर्कशॉप का आयोजन किया गया। ऑटोमोबाइल वर्कशॉप में ट्रेनर भूपेश भारद्वाज द्वारा इंजन की कार्य प्रणाली जिसमें टू स्ट्रोक एंड फोर स्ट्रोक इंजन ,चेसिस फ्रेमवर्क तथा 800 कार के व्हील्स का डिस्मेंटल और फिटिंग समझाया गया। साथ ही ब्रेक, सस्पेंशन, कॉलिंग, ड्रम आदि की कार्यप्रणाली, पेट्रोल तथा डीजल इंजन की वर्किंग समझाई गई। कंप्यूटर हार्डवेयर और नेटवर्किंग वर्कशॉप में ट्रेनर महेंद्र व्यास द्वारा कंप्यूटर के विभिन्न पार्ट्स की असेंबलिंग और डी असेंबलिंग कराई गई। साथ ही कंप्यूटर नेटवर्किंग में केबल से कनेक्शन बनाना सिखाया तथा विभिन्न प्रकार के कंप्यूटर नेटवर्किंग में काम आने वाले कमांड्स के बारे में समझाया गया। साथ ही कंप्यूटर सिस्टम के हार्डवेयर पार्ट्स की जनरल ट्रबलशूटिंग भी सिखाई गई।
चतुर्थ दिवस पर प्रथम चरण में मोटिवेशनल स्पीकर मुकेश जणवा ने माइंड मैनेजमेंट कैसे किया जाए, इस पर प्रेजेंटेशन दिया तथा इंग्लिश कम्युनिकेशन का करियर में महत्व के बारे में बताया गया। लॉ ऑफ अट्रैक्शन के बारे में बताया गया तथा पढाई के लिए सकारात्मक ओरा को कैसे काम में लिया जाये इसकी जानकरी दे गई साथ इस मोटिवेशनल सेमिनार के अन्तर्गत उन्होंने बताया कि अपने समय का सदुपयोग करना चाहिए। पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए सभी विद्यार्थियों द्वारा वृक्षारोपण किया गया तथा एक एक पौधा लगाकर उनको पुष्पित व पल्लवित करने का संकल्प लिया गया।
चतुर्थ दिवस पर द्वितीय चरण में नम्रता ने बच्चों को बहुत सारे क्रिएटिव गेम्स करवाए जिसमें हर गेम का एक मैसेज दिया गया। इंडक्शन प्रोग्राम के अंतिम दिन सभी छात्रों को प्रोैद्योगिकी भ्रमण के लिए जोनल रेलवे ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट व उदयपुर सीमेंट वर्क्स लिमिटेड ले जाया गया जहां विद्यार्थियों ने रेलवे अभियांत्रिकी तथा लोकोमोटिव (इंजन) की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी प्राप्त की। साथ ही बताया गया कि किस प्रकार लोकोमोटिव एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन के बीच चलता हैं और कैसे लोकोमोटिव को स्टेशन के बीच सिग्नलों के द्वारा रोका जाता हैं। उदयपुर सीमेंट वर्क्स लिमिटेड डबोक में सीमेंट के बनने की प्रोसेस तथा पूरे प्लांट को विजिट कराया। सीमेंट की पैकेजिंग और लोडिंग तथा सीमेंट की स्ट्रैंथ को कैसे टेस्ट करते हैं उसके बारे में बताया गया।