उदयपुर। उदयपुर के भीलों का बेदला स्थित पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में ढ़ाई साल की मासूम का पेल्विक टेराटोमा का सफल ऑपरेशन कर नया जीवन दिया। इस सफल ऑपरेशन में बाल एवं नवजात शिशू सर्जन डॉ.प्रवीण झंवर, डॉ. सबरीना, एनेस्थेसिया विभाग के डॉ. विक्रम सिंह, डॉ. जोसिया, पीआईसीयू से डॉ. पुनीत जैन, डॉ. सन्नी मालवीय, डॉ. पलक जैन, विष्णू, संजय एवं मनीष की टीम का सहयोग रहा।
दरअसल भीलवाड़ा निवासी ढ़ाई बर्षीय मयूरा को पेट में दर्द की शिकायत केे चलते स्थानीय चिकित्सक को दिखाया तो पता चला कि बच्चें को थोडी गंभीर समस्या है तो उन्होंने परिजनों को बच्चें को पीएमसीएच ले जाने को कहा। परिजन उसे पीएमसीएच लेकर आए यहॉ बाल एवं नवजात शिशू सर्जन डॉ.प्रवीण झंवर ने बच्ची की सोनोग्राफी एवं सीटी स्कैन जॉच कराई तो मरीज को बहुत ही दुर्लभ पेल्विक के कैन्सर के बारे में पता चला जिसका की ऑपरेशन द्वारा इलाज सम्भव था।
बाल एवं नवजात शिशू सर्जन डॉ.प्रवीण झंवर ने बताया कि पेल्विक टेराटोमा एक प्रकार का ट्यूमर है जो श्रोणि में विकसित होता है। यह बहुत ही दुर्लभ होता है जो आमतौर पर शिशुओं या छोटे बच्चों में होती है, हालांकि यह वयस्कों को भी प्रभावित कर सकती है। टेराटोमा एक प्रकार का जर्म सेल ट्यूमर है जिसमें विभिन्न प्रकार के ऊतक हो सकते हैं, जैसे बाल, दांत, हड्डी और मांसपेशियां। पेल्विक टेराटोमा के मामले में, ट्यूमर पेल्विक में बनता है, जो कूल्हे की हड्डियों के बीच पेट का निचला हिस्सा होता है।
डॉ. झंवर ने स्पष्ट किया कि शिशुओं में,ट्यूमर का पता नियमित प्रसव पूर्व अल्ट्रासाउंड के दौरान या जन्म के तुरंत बाद लगाया जा सकता है। यह बीमारी बहुत ही दुर्लभ होती लेकिन इस तरह की बीमारी में जल्दी ऑपरेशन हो जाने से बीमारी से निजात मिल जाती है। बच्ची के परिजनों ने पीएमसीएच के चेयरमैन राहुल अग्रवाल, सभी चिकित्सकों, मैनेजमेंट, नर्सिंग कर्मियों एवम् स्टॉफ का आभार जताया। बच्ची अभी पूरी तरह से स्वस्थ्य है और उसको छूट्टी दे दी है।