उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल कालेज एण्ड हास्पिटल के मेडीसिन विभाग ने स्क्रब टाइफस से पीढ़ित 32 वर्षीय महिला को नया जीवन दिया। राजसमन्द जिले के देवगढ़ निवासी 32 बर्षीय महिला टमूबाई को परिजन अत्यंत गंभीर में अवस्था मं पीएमसीएच के आपातकालीन विभाग में लेकर आए यहा मेडीसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. निलेश पतीरा ने तुरन्त मरीज की जाच करवाई तो मरीज को स्क्रब टायफस मायोकार्डिटिस की गंभीर बीमारी का पता चला। मरीज की गंभीर स्थिति को देखतें हुए मरीज को तुरन्त आईसीयू में शिफ्ट किया गया।
डॉ. निलेश पतीरा ने स्पष्ट किया कि मरीज को स्क्रब टायफस (मौसमी बीमारी का एक प्रकार) इन्फेक्शन था। जिसके चलते उसे मिर्गी के दौरौ के साथ साथ मायोकार्डिटिस (हृदय की दीवारों में इन्फेक्शन) का भी पता चला। मरीज को दो दिन वेन्टीलेटर पर भी रखा गया। स्क्रब टायफस मायोकार्डिटिस अत्यंत गंभीर बीमारी है एवं इसके 2 से 10 फीसदी ही केस देखने को मिलते हैं।
डॉ. पतीरा ने बताया कि स्क्रब टाइफस जानवरो के शरीर पर रेगने वाले कीडें के काटने से होता है। इससे ज्यादातर खेतों में काम करने किसान और बागवान ज्यादा संक्रमित होते है और यह ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी (व्तपमदजपं ज्ेनजेनहंउनेीप) के कारण होती है।
स्क्रब टाइफस के सामान्य लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, दाने और सूजी हुई लिम्फ नोड्स शामिल हैं। यदि समय पर इसका उपचार नहीं किया जाए, तो स्क्रब टाइफस हृदय, फेफड़ों और अन्य अंगों को प्रभावित करने वाली अधिक गंभीर जटिलताओं को जन्म दे सकता है।
मरीज के सफल उपचार में आईसीयू विभाग के डाॅ.मनिन्दर पाटनी,डॉ.ताशा पुरोहित,डॉ.प्रिंस गहलोत. रेजिडेन्ट डॉ.मीत मेहता,डॉ.रिषभ अग्रवाल एवं नर्सिंग कर्मी पूजा का सहयोग रहा।
मरीज अभी पूरी तरह से ठीक है। एवं उसे अस्पताल से छूट्टी दे दी गई है। मरीज के परिजनों ने हाॅस्पिटल के चेयरमेन राहुल अग्रवाल व अस्पताल प्रबन्धन का आभार व्यक्त किया साथ ही मरीज का पूर्णतया निशुल्क उपचार मुख्यमंत्री चिंरजीवी योजना के अन्र्तगत निःशुल्क किया गया।