देशभर के 350 से ज्यादा विशेषज्ञों ने की शिरकत
उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल काॅलेज एण्ड हाॅस्पिटल के कान नाक गला रोग विभाग एवं मेवाड़ रिसर्च फाउण्डेशन के सयुक्त तत्वावधान में पद्मविभूषण प्रोफेसर एल.एच.हीरानन्दानी ऐओआई नेशनल मिडटर्म कान्फ्रेस होटल लाभगढ़ में सम्पन्न हुई।
काफ्रेन्स के सचिव डा. एसएस कौशिक ने बताया कि इस तीन दिवसीय काॅन्फ्रेस में पदमश्री डा. जेएम हॅस ने काकलियर इम्पाल्ट की नई तकनीक “ इलेक्ट्रानिक फ्री इम्लाल्ट को लाइव सर्जरी द्वारा एक बच्चें को लगाया। नए इॅम्पाल्ट में स्कल्प में 1.4 मिमी की एक टनल बनाके इस इॅम्पाल्ट को फिट किया जाता है। इस इॅम्पाल्ट में कोई भी इलेक्ट्रानिक पार्ट नहीं होता है जिससें यह कभी खराव नहीं होता है।
काफ्रेन्स मे डा. सतीश जैन ने बच्चों में होने वाले नाक के होने वाल दुर्लभ कैन्सर ऐन्जियोफाईब्रोमा तो वही डा. रामलिंगम द्वारा स्टेपडोटामी आपरेशन को दूरबीन तकनीक से लाइव बताया। इस दौरान डा. एच. विजेन्द्र द्वारा टिमपेनोसेलेरोसिस के बारे में लाइव बताया तो वही भोपाल के डा. एसपी दूवें ने आखों के नासूर का आॅपरेशन ऐण्डोंनेजल डीसीआर द्वारा सम्पन्न किया। डा. संजय अग्रवाल ने बिना चीरें से कान के पर्दे के आॅपरेशन की नई तकनीक के बारे में बताया कि बही डाॅ.दीपक हल्दीपुर ने नाक के मस्से का दूरबीन द्वारा आॅपरेशन का लाइव आॅपरेश्सन किया।
डाॅ.एस.एस.कौशिक ने बताया कि इस काॅफ्रेन्स में देश के विभिन्न हिस्सों से 350 से ज्यादा सीनियर चिकित्सक एचं पीजी स्टूडेन्ट ने अपने शोघ पत्र प्रस्तुत किए। काॅफ्रेन्स के दौरान बरिष्ठ कान नाक गला रोग विशेषज्ञ डाॅ.पी.सी.जैन कों लाइफ टाइम अचीवमेन्ट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
काॅफ्रेन्स की चेयरमेन रिचा गुप्ता ने बताया कि इस काॅफ्रेन्स में विभिन्न पेैनल डिसक्शन एवं गेस्ट लेक्चर के माघ्यम से चिकित्सक नवीन विधाओं पर विचार विमर्श हुआ साथ हीएर्लजिक राइनोटिस,ऐण्डयूरल टिम्पेनोप्लास्टी,प्लेक्सीवल ऐण्डोस्काॅपी आदि तकनीकी विषयों पर बाहर से आए हुए विशेषज्ञ अपने अनुभव साज्ञा किए। इस दौरान क्विज एवं पोस्टर प्रिजेन्टेशन काॅम्पिटीशन का आयोजन किया गया। इस दौरान मेनेजमेन्ट आॅफ हेड एवं नेक कैन्सर,ओपीडी प्रबन्धन, ईएनटी ओपीडी प्रबन्धन में नवीन तकनीको का समावेश, ईएनटी में रोबोटिक सर्जरी एवं वर्तमान में शारीरिक संरचनाओं में ईएनटी सम्बन्धित उपचार की नवीन तकनीकी विधाओं पर मंथन किया गया।