हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड द्वारा बीआईएसएलडी बायफ इंस्टीट्यूट ऑफ सस्टेनेबल लाइवलीहुड्स एंड डेवलपमेंट के सहयोग से सचंालित समाधान परियोजना के तहत् राजस्थान ने 6 जिलों में किसानों की की आय बढ़ाने के लिए 5 एफपीओ नेतृत्व के विकास पहल की स्थापना की है, जो वित्त वर्ष 2023-2024 में 6400 से अधिक शेयरधारकों तक पहुँचा।
इन किसान उत्पादक संघों की विभिन्न स्थानों पर वार्षिक आम बैठक आयोजित की गयी जहाँ शेयरधारक और निदेशक मंडल गत वर्ष के कार्यो की समीक्षा और भविष्य के विकास के लिए रूपरेखा तैयार करने हेतु एकत्र हुए। 5 किसान उत्पादक संगठन, भीलवाड़ा में ताम्बवती नगरी किसान उत्पादक कंपनी जिमसें 1295 शेयरधारक, 16.55 लाख रुपए शेयर पूंजी, 71.39 लाख रुपए बिक्री कारोबार है, चित्तौड़गढ़ में जय चित्तौड़ किसान उत्पादक कंपनी में 1408 शेयरधारक, 21.08 लाख रुपए शेयर पूंजी, 1.53 करोड़ रुपए बिक्री कारोबार किया है, राजसमुंद में राजपुरा दरीबा किसान उत्पादक कंपनी में 1501 शेयरधारक, 15.01 लाख रुपए शेयर पूंजी, 61.04 लाख रुपए बिक्री कारोबार है, उदयपुर जिले में घाटावाली माताजी किसान उत्पादक कंपनी में 961 शेयरधारक, 13.42 रुपए शेयर पूंजी, 1.86 करोड़ रुपए बिक्री कारोबार है और साथ ही जावर माता किसान उत्पादक कंपनी में 1240 शेयरधारक, 6.90 लाख रुपए शेयर पूंजी, 20.08 लाख रुपए बिक्री कारोबार है।
जावर में आयोजित कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला कलेक्टर सलूम्बर राजलक्ष्मी, डॉ. सुधीर कुमार वर्मा – संयुक्त निदेशक , कृषि, डॉ. कैलाश शर्मा उप निदेशक उद्यानिकी थे। अन्य उल्लेखनीय अतिथियों में बीडीओ, क्षेत्र प्रबंधक राष्ट्रीय बीज निगम, इफको, कृषि और पशुधन नोडल अधिकारी, वेदांता समूह की सीएसआर प्रमुख अनुपम निधि, बीएआईएफ उदयपुर टीम एवं हिन्दुस्तान जिं़क सीएसआर टीम और पंचायत सरपंच शामिल थे। इसी प्रकार अन्य स्थानों पर आयोजित आम सभा में गणमान्य अतिथियों ने किसानों को प्रेरित किया।
एफपीसी ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 4.92 करोड़ रुपये का उल्लेखनीय कारोबार दर्ज किया, जो गत वर्ष की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है। सदस्यों ने व्यावसायिक राजस्व सृजन और आगामी वर्ष की व्यावसायिक योजनाओं पर चर्चा की, ताकि सदस्य किसानों को अपनी आय को स्थायी रूप से बढ़ाने, प्रभावी तरीेके से उनकी क्षमताओं को बढ़ाने, बेहतर कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देने, आउटपुट मार्केटिंग के लिए सामूहिक खरीद शुरू करने में सहायता मिल सके। उदयपुर जिले के देबारी में घाटावली माताजी किसान उत्पादक कंपनी द्वारा संचालित डेयरी लघु उद्यम ने अपने संचालन के दो वर्षों के भीतर डेयरी किसान शेयरधारकों को एकत्रित कर और स्वच्छ दूध उत्पादन के बाद डेयरी में प्रसंस्करण करके वित्त वर्ष 2023-2024 के दौरान 1.03 करोड़ रुपये का कारोबार हासिल किया है।
चित्तौड़गढ़ जिले के चंदेरिया में जय चित्तौड़ किसान उत्पादक कंपनी लिमिटेड के नेतृत्व में मिनरल मिक्स्चर माइक्रो एंटरप्राइज आत्मनिर्भर बन गया है, जो अपनी तकनीकी-प्रबंधकीय लागत का प्रबंधन करने वाली एक इकाई है जो पशु आहार पूरक के लिए मिनरल मिक्स्चर का उत्पादन करती है और वित्त वर्ष 2023-2024 के दौरान 89.21 लाख रुपये का कारोबार हासिल कर चुकी है। एफपीओ खेती की लागत को कम करने, सस्टेनेबल खेती को बढ़ावा देने और उत्पाद की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए इनपुट की उपलब्धता के माध्यम से उत्पादकों की आय में वृद्धि कर रहे हैं। समाधान एक एकीकृत सस्टेनेबल आजीविका परियोजना है जो आजीविका सृजन के लिए बहु-क्षेत्रीय दृष्टिकोण का संयोजन है। जिसका उद्देश्य राजस्थान के 6 जिलों में दक्षिण राजस्थान के कुछ हिस्सों में कृषि, पशुधन हस्तक्षेप और किसान उत्पादक संगठन के माध्यम से कृषक समुदायों के हित में सुधार करना है।