उदयपुर। महाकालेश्वर मन्दिर प्रांगण में शनिवार से शुरू हुए श्रावण महोत्सव के तहत रुद्रीपाठ व दुग्धाभिषेक 31 अगस्त तक प्रतिदिन शाम 4.30 से 8 बजे तक सहस्त्रधारा से किया जाएगा।
महोत्सव का शुभारंभ शनिवार को वरिष्ठ नगर नियोजक सतीश श्रीमाली ने सहस्त्र धारा से 101 निष्णात् ब्राह्मणों के समवेत स्वर में रूद्रपाठ दुग्धाधिभिषेक कर आचार्य भगवान लाल पालीवाल के सान्निध्य में किया।
रविवार को राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर के न्यायमूर्ति गोपालकृष्ण व्यास ने यहां षोडशोपचार पूजा की। उन्होंने Mahakal से से काले वर्षतु पर्जन्य, पृथ्वी सरय शालिनी, प्रार्थना की (यथा समय पूर्ण वृष्टि हो, पृथ्वी हरी-भरी हो) एवं पुन: अतिशीघ्र सपरिवार आकर सहस्त्रधारा से अभिषेक की इच्छा जताई।
उन्होंने मन्दिर जीर्णोद्धार व शिवधाम विकास परियोजना का अवलोकन किया। वे जन जनसाधारण के मासिक सहयोग से चल रहे कार्यों को देख अभिभूत हुए। ट्रस्ट के चंद्रशेखर दाधीच ने बताया कि स्वयंसेवकों ने उन्हें लोक सन्त व कवि भक्त बावजी रचित साहित्य भेंट किया।