udaipur. लोकदेवता सगसजी बावजी का 485 वां जन्मोत्सव शुक्रवार को हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। सुबह से शहर के विभिन्न सगसजी स्थानकों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। विशेष पूजा-अनुष्ठान हुए। सुबह से लगी कतारें देर रात तक लगी रहीं।
शाम को विभिन्न मनोरथ हुए। भजन संध्याओं के आयोजन भी हुए जिनमें देर तक भजनों की प्रस्तुतियां दी गई। सर्वऋतु विलास स्थित सगसजी बावजी के श्रृंगार में स्वर्ण बरक, रजत डंक, रत्नजडि़त कंठला, स्वर्ण बादला, छत्तर, चंवर, तलवार, ढाल आदि धारण कराए गए।
सुबह 7 बजे से भक्तों की रेलमपेल शुरू हुई जो रात्रि तक चलती रही। पुलिस को यातायात की विशेष व्यवस्था करनी पड़ी। खांजीपीर से आने वाले तथा सूरजपोल से जाने वाले यातायात को डाइवर्ट किया गया। मंदिर परिसर में विशेष विद्युत सज्जा की गई। शनिवार को भी विशेष दर्शन होंगे।
गुलाबबाग स्थित अर्जुनसिंहजी बावजी के स्थानक पर भी विशेष सज्जा की गई। पुजारी भंवरलाल श्रीमाली के अनुसार सुबह 8 बजे हवन के बाद 9 बजे आरती हुई और दर्शन शुरू हुए। रात्रि जागरण भी हुआ। रामदास कॉलोनी स्थित भीमसिंहजी बावजी, कंवरपदा महल स्थित बख्तावरसिंहजी बावजी, पिछोली, उदियापोल, गणेश घाटी, मंडी की नाल स्थित जोगपोल, न्यूत सादड़ी कॉलोनी स्थित सगसजी बावजी को भी विशेष श्रृंगार धराया गया। मुख्य भोग लगाया गया।