राजस्थान विद्यापीठ में चला खेल
udaipur. जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ के कार्यवाहक कुलप्रमुख के रूप में मुख्य अधिष्ठाता एवं संगठन सचिव भंवरलाल गुर्जर का मनोनयन कर दिया गया। प्रवक्ता घनश्यामसिंह ने इसे संविधान के अनुरूप बताया है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व कुलप्रमुख प्रफुल्ल नागर का मनोनयन निरस्त कराने के लिए विद्यापीठ एवं कर्मचारियों ने आमरण अनशन किया था। विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रो. सारंगदेवोत ने कर्मचारियों की मांगें मानते हुए जूस पिलाकर अनशन तुड़वा दिया।
भीण्डर ने बताया कि राजस्थान विद्यापीठ के संविधान के अनुसार कुल प्रमुख का मनोनयन निरस्त होने के बाद यह पद स्वत: ही मुख्य अधिष्ठाता के पास चला जाता है। वर्तमान में यह पद गुर्जर के पास है। इस कारण उन्हें कार्यवाहक कुल प्रमुख बनाया गया है। गौरतलब है कि हाल ही में विद्यापीठ एवं कुल कर्मचारी संघ ने आमरण अनशन के माध्यम से कुल प्रमुख प्रफुल्ल नागर के मनोनयन को निरस्त करवाया था। उसके बाद यह पद गुर्जर के पास चला गया। इधर, भंवरलाल गुर्जर ने शुक्रवार को ही पदभार ग्रहण करने की जानकारी कुलाधिपति प्रो. बीएस गर्ग को भेज दी है।