शिल्पग्राम के दर्पण सभागार में उदघाटन
udaipur. दो दिवसीय उदयपुर फिल्म फेस्टीवल का शनिवार को हवाला गांव स्थित शिल्पग्राम के दर्पण सभागार में आगाज हुआ। पहले दिन हालांकि सीटें काफी खाली रहीं। दर्शक दीर्घा खाली ही रही। अतिथियों ने दीप प्रज्वलन किया। फिल्मे ‘फंस गया ओबामा’ के निर्देशक सुभाष कपूर भी मुम्बई से फेस्टीवल में हिस्सा लेने पहुंचे।
पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र एवं एक निजी संस्थान के सहयोग से आयोजित समारोह में अतिथियों का केंद्र निदेशक शैलेन्द्र दशोरा ने स्वागत किया। अतिथि के रूप में शामिल हुए पेसिफिक विश्वविद्यालय के प्रो प्रेसीडेंट प्रो. बी. पी. शर्मा ने सिनेमा को समाज का दर्पण बताया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में फिल्मों के अनुसार युवा आगे बढ़ने लगा है। युवाओं के लिए फिल्में एक मार्गदर्शक का रूप धारण कर रही हैं। इसलिए फिल्म बनाने वालों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। फिल्म निर्देशक सुभाष कपूर ने फिल्मों को समाज का आईना बताया।
पहले दिन प्रदर्शित देश-विदेश की फिल्मों को लेकर दर्शकों में खासी उत्सुकता रही। समारोह से पूर्व राजेश खन्ना, चरित्र अभिनेता ए.के. हंगल तथा दारासिंह को श्रद्धांजलि दी गई। समारोह में राजीव सूर्ती डांस क्लासेज के कलाकारों ने प्रस्तुति देकर मन मोहने का प्रयास किया। संचालन अंकित माथुर ने किया।
यहां सुबह ओपन डोर, तन्हाई, जंगल में जलियांवाला, माई होम टाउन, प्रोटेक्ट द नेशन, द इंटरनल रागा, मिस्टर रिच, ब्लूटूथ, पाथस ऑफ हेट, टाइम आउट, फ्यूचर, सेक्स क्या होता है, द जार, द रोड होम, काठी, छोटी सी मुस्कान, गर्ब, फेसपेक, एवेन्यू द फ्रांस, द लास्ट टाइगर, पिक्चर अफगानिस्तान, फिशिंग अंडर फायर, फायर इन द डेल्टा, बे्रकिंग द साइलेंस आदि फिल्में दिखाई गई। निजी संस्था्न में मोमबत्ती, मेहरुनी, फेसपेक, द ट्रेन तथा सन ऑफ बेबीलोन फिल्मों का प्रदर्शन किया गया।