udaipur. जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल के इंटरवेंशनल डी.एम. डॉ. कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. अमित खंडेलवाल ने बताया कि वल्र्ड हॉर्ट फैडरेशन की ओर से हर साल, सितंबर के अंतिम रविवार को विश्व ह्रदय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस मौके पर विश्व के विभिन्न संगठन, ह्रदय रोगों के प्रति जागरूकता लाने के संबंध में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते है। इस बार वल्र्ड हॉर्ट डे का थीम ह्रठ्ठद्ग ङ्खशह्म्द्यस्र, ह्रठ्ठद्ग ॥शद्वद्ग, ह्रठ्ठद्ग ॥द्गड्डह्म्ह्ल होगा। साथ ही महिलाओं तथा बच्चों में वैश्विक रूप से बढ़ती हॉर्ट एण्ड वास्कूलर डिजिज़ पर नियंत्रण लगाने का भी लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
अब तक पश्चिमी देशों की बीमारी समझे जाने वाले ह्रदय रोग ने भारत में भी अपने पैर पसार लिए है। हर उम्र तथा हर वर्ग के लोगों की संख्या मिला कर यह आंकड़ा देश में करीब 50 मिलियन लोगों को अपनी चपेट में ले चुका है। इस का सीधा कारण जीवनशैली में आया परिवर्तन है। जिसके चलते हम कठोर परिश्रम, व्यायाम से दुर हो गए और सात्विक तथा संतुलित भोजन को छोड़ कर जंक फुड को अपनाने लगे है। अब तक यह रोग केवल वृद्धों में देखा जाता था पर अब यह रोग युवाओं में भी में आ पहुंचा है।
क्या है विश्व ह्रदय संगठन (World Heart organisation)
डॉ. अमित खंडलेवाल ने बताया कि वल्र्ड हॉर्ट फैडरेशन विश्व का एक मात्र ऐसा वैश्विक संगठन है जो विश्व में ह्रदय रोगों के प्रति जागरूकता लाने तथा उन्हें रोकने के लिए पूर्णतया समर्पित है। विश्व के करीब सौ से ज्यादा देशों की 200 से ज्यादा स्वास्थ्य संस्थाएंं इस काम को अंजाम दे रही हैं। वैश्विक संस्थान के रूप में काम करते हुए यह संगठन ह्रदय रोग तथा स्ट्रोक से लड़ रहा है, जो विश्व में सबसे ज्यादा लोगों की मौत का कारण है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए यह संगठन विश्व के विभिन्न देशों की स्वास्थ्य नीतियां लागू करवाना है इस प्रकार के विचारों की अनुपालना करवाने, परिष्कृत तथा वैज्ञानिक परिणामों को लागू करवाने के लिए प्रयासरत है। वल्र्ड हार्ट फडरेशन, विश्व स्वास्थ्य संगठन से संबद्ध संगठन है जो कि ह्रदय रोगों से लड़ रहा है।
क्या है इस 2010-2015 का एजेंडा
यह संगठन विश्व में ह्रदय रोगों के बढ़ते प्रकोप को कम करने के लिए विश्वव्यापी स्वास्थ्य संस्थाओं के साथ मिल कर इस संबंध में नीतियां बनाने की दिशा में काम कर रहा है। जिससे विश्व में ह्रदय रोग तथा स्ट्रोक का बढ़ता प्रकोप कम हो तथा जनसाधारण लंबी तथा खुशहाल जिंदगी जी सके।