उदयपुर. पानी की तेज धार के आगे किसकी चलती है. यह साबित कर दिया मंगलवार को स्वरुप सागर के ओवर फ्लो हुए पानी ने. यह पानी यूआईटी पुलिया के ऊपर से लगातार बह रहा था. तेज बारिश के साथ तेज बहाव यूआईटी पुलिया की रेलिंग भी टूट गयी और इसके चलते सड़क क्षतिग्रस्त हो गयी. रेलिंग के बजाय दुरस्तीकरण के लिए नगर परिषद के गैराज अधीक्षक बाबू लाल चौहान, यूआईटी, पीडब्ल्यूडी के अभियंता आदि लगे थे. जहाँ से रेलिंग टूट गई थी, वहां लकड़ी की बल्लियाँ लगाकर व्यवस्थित किया गया. सुबह नगर विकास प्रन्यास की जेसीबी ने पुलिया पर पसरी गंदगी और जल कुम्भी हटाई.
भरा है पानी अब तक
उधर शहर के विभिन्न इलाकों में आज भी बारिश का पानी निकालने का क्रम जारी रहा. फतह सागर का ओवर फ्लो भी जारी रहा. वहां लगाये गए लकड़ी के पाटिए टूट गए थे. बेदला एनिकट से भी पानी की आवक भरपूर रही. रूप सागर तालाब पेटे स्थित मकानों तथा क्षेत्रों में आज भी पानी भरा रहा. कुछ कॉलोनियों में लोगों ने राहत की सांस ली है. गोविन्दनगर, स्वामीनगर, जनकपुरी आदि क्षेत्रों में पानी उतर गया.
पर्यटकों का मन मोहा
बारिश के बाद शहर में पर्यटकों का आना शुरू हो गया है. मंगलवार को भी इंदौर के पर्यटकों के एक दल ने सुखाडिया सर्कल में बोटिंग का आनंद लिया. एक पर्यटक ने बताया कि एक साथ सभी झीलों को ओवर फ्लो देखने का आनन्द ही कुछ और है. यूँ तो पहले भी कई बार उदयपुर आया लेकिन पहली बार सभी झीलें ओवर फ्लो देखने को मिली है.
जलाशयों में पानी की आवक
हालांकि मानसून थम गया है लेकिन जलाशयों में पानी की आवक बरकरार है. मानसी वाकल बाँध से आ रहे पानी को देखते हुए देवास के गेट खोलने की भी तैयारी चल रही है. फतह सागर ५ इंच ओवर फ्लो है, पीछोला के चारों गेट ९-९ इंच खोले हुए हैं. सीसारमा नदी ५ फीट तथा नंदेश्वर चेनल तीन फीट पर चल रहे हैं, उदयसागर के ओवर फ्लो का पानी वल्लभ नगर तालाब में जा रहा है. १९ फीट क्षमता वाले इस तालाब में १४ फीट से अधिक पानी आ चुका है. बड़ी तालाब में एक फीट पानी की आवक होने से इसका स्तर १२.५ फीट हो गया है. जयसमंद में भी पानी की आवक बरकरार है.