तीर्थायन – 2012 का पांचवां दिन
udaipur. मैसूर की वादियों का भ्रमण कर शुक्रवार को पूरा दिन व रात यात्रियों ने रेल में ही सफर किया। इस दौरान जैन हाऊजी, धार्मिक अंताक्षरी, भजन सहित कई धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए। तीर्थ यात्रियों को ऐसा नहीं लग रहा था कि वे रेल में सफर कर रहे है उन्हें रेल में भी घर जैसा वातावरण लग रहा था।
श्री महावीर युवा मंच संस्थान द्वारा आयोजित श्री सम्मेद शिखर जी सकल जैन तीर्थ यात्रा का पांचवां दिन और रात तीर्थ यात्रियों ने रेल में ही यात्रा कर गुजारा। संस्थान के संरक्षक राजकुमार फत्तावत ने बताया कि रेल में ही सुबह सभी बोगियों में एक साथ सामूहिक रूप से प्रार्थना की गई और उसके बाद सभी ने अपने नित्य कार्यक्रम से निवृत्त होकर रेल में अस्थाई रूप से बनाए गए मंदिर में पूजा-अर्चना की व अल्पाहार लिया। तत्पश्चात सामूहिक रूप से नवकार मंत्र का जाप किया गया। दोपहर को तीर्थ यात्रियों को मावा कचोरी, केसर बाटी, मिर्चीबड़ा, जोधपुरी गट्टा, मिक्स वेज, पचकुटी दाल, इंदौरी रोटा, पुड़ी-दाल, चावल, चटनी, भावनगरी मिर्च और मुखवास परोसा गया। तीर्थ यात्रियों ने इस लजीज व स्वादिष्ट खाने का जमकर रसास्वादन किया। वहीं शाम के भोज में ड्राईफू्रट कलिंगर, रतलामी सेव, अमृतसरी छोले, टोमेटा दूधी, पुलाव, सफेद करी, कचुमर आदि परोसा गया। शाम को भी यात्रियों ने भोजन का आनंद लिया।
संस्थान के संरक्षक दिलीप सुराणा, अध्यक्ष टीनू मांडावत, पूर्व अध्यक्ष श्याम नागौरी, संजय भंडारी, विजय सिसोदिया, बसंतीलाल कोठीफोड़ा, लोकेश कोठारी, नरेंद्र पोरवाल, डॉ. आशा कोठारी ने संयुक्त रूप से रेल यात्रियों को एक साथ सामूहिक जैन हाऊजी खेला कर रोमांचित किया। कई यात्रियों ने तो पहाडिय़ों से गुजरती ट्रेन को बोगी में बैठे-बैठे ही विहंगम व आश्चर्यजनक दृश्यों को कैमरों में कैद किया। शाम को एक साथ सभी बोगियों में भजन संध्या आयोजित की गई। यात्री इस यात्रा का भरपूर लुत्फ ले रहे है।
इनका कहना है :
यात्रा में गए उदयपुर के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश क्रम-3 के पीठासीन अधिकारी हेमन्त कुमार जैन ने कहा कि यात्रा की व्यवस्था और समय की पाबंदी को देखकर वे गदगद हो गए है। उन्होंने अब तक कई यात्रा की लेकिन इस तरह की सुव्यवस्थित यात्रा नहीं की।
लेबर इंस्पेक्टर सुनील मित्तल का कहना है कि एक साथ करीब एक हजार तीर्थ यात्रियों को वैल मैनेज करके चलना वाकई में अनुकरणीय उदाहरण है। यात्रा में अब तक के सफर में आयोजकों ने किसी तरह की कोई शिकायत का मौका तक नहीं दिया। सभी काम सुव्यवस्थित है।
श्री महावीर युवा मंच संस्थान द्वारा आयोजित तीर्थायान-2012 में गई अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा की उदयपुर महिला शाखा की अध्यक्ष ज्योत्सना झाला ने कहा कि ऐसी ऐतिहासिक और सुव्यवस्थित यात्रा इतने लोगों के साथ कभी नहीं की। इस यात्रा के अब तक के सफर से आनंद की अनुभूति हुई, वहीं यात्रा के दौरान जिन-जिन तीर्थ स्थलों के दर्शन किए उनके इतिहास एवं पुरातत्त्व कला से रूबरू होने का अवसर मिला जो काफी दुर्लभ है। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक यात्रा के आयोजकों को अपने समाज में आमंत्रित करेगी और समाज से भी इस तरह की यात्रा शुरू करने का आग्रह करेगी। वैष्णव सम्प्रदाय के सुभाष भारद्धाज का कहना है कि यह यात्रा अकल्पनीय है। बांसवाड़ा के रोशनलाल शाह ने कहा कि इस यात्रा में बिना जमीकंद आलू, प्याज, लहसुन का उपयोग किए इतना स्वादिष्ट खाना परोसा जा रहा है जो वाकई में काबिले तारीफ है। भोजन में पांच-पांच मिठाईयां परोसी जा रही है। चलती ट्रेन में इतना मैनेज करना अपने आप में एक मिसाल है।
जैन श्वेताम्बर महासभा के पूर्व अध्यक्ष सावनमल सावनसुखा ने कहा कि आयोजकों के जितनी बधाई दी जाए वह कम है। उन्होंने अब तक सामूहिक रूप से कई यात्राएं की, लेकिन इस यात्रा का वर्णन करने के लिए उनके पास शब्द नहीं है। वे यात्रा की व्यवस्था और यात्रा से गद्गद् हो रहे है। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों के साथ-साथ देश के पर्यटन स्थलों का भी अवलोकन व भ्रमण का दोहरे लाभ का भरपूर आनंद ले रहे है।