udaipur. होटल व्यवसाय करना अलग बात है लेकिन होटल व्यवसाय में कार्य करते वक्त अपने यहां आये मेहमान की जरूरत के वक्त खून देकर जान बचाना किसी मानवता से कम नहीं है और यही कार्य किया है क्लब महिन्द्रा होटल फ्लोरा के कर्मचारियों ने।
एक ओर अनेक लोग अपने परिचित तक को जरूरत के वक्त खून देने से हिचकिचाते हैं लेकिन होटल फ्लोरा के कर्मियों ने कलकत्ता से आये पर्यटक सबायसाची पुरकायस्था को चाहे दो यूनिट ब्लड दिया जो डेंगू से पीडि़त उक्त पर्यटक की जान बचाने में काफी सहायक सिद्ध हुआ।
होटल फ्लोरा के महाप्रबधक रमेशसिंह जादौन ने बताया कि कलकत्ता से आय पर्यटक पुरकायस्था के यहां आने पर बुखार आने पर जब जांच करायी गई तो उनमें डेंगू की पुष्टि हुई जिस पर वे काफी चिन्तित हो गए। होटल प्लोरा के दो कर्मियों एचआर मैनेजर प्रद्युम्नसिंह राणा व फ्रन्ट ऑफिसर पीयूष शर्मा ने राजस्थानी परम्परा अतिथि देवो भव का निर्वहन करते हुए उनका स्थानीय निजी अस्पताल में इलाज कराया और जरूरत के अनुसार उन्हें रक्त भी उपलब्ध करवाया। नौ दिन तक चले इलाज ने पुरकायस्था को आखिरकार स्वस्थ कर दिया और वे उदयपुर से मीठी यादें लेकर पुन: कलकत्ता गये लेकिन जाने से पूर्व वे होटल फ्लोरा के कर्मियों के प्रति आभार ज्ञापित करना नहीं भूले और इसक साथ ही वे राजस्थान की उस परम्परा को अपने दिल में सहेज कर ले गये जहां अतिथि को भगवान का दर्जा दिया जाता है। उनके इलाज में प्रशान्तसिंह व रणवीरसिंह ने भी अपनी महती भूमिका निभाई।