रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा व्यावसायिक सेवा सम्मान के तहत 17 जने सम्मानित
udaipur. अनियोजित तरीके से पहाड़ों व झीलेां के किये जा रहे दोहन को लेकर वरिष्ठ पत्रकार राजेश कसेरा ने कहा कि यदि अब भी हमने इनके संरक्षण को लेकर चिन्तन नहीं किया तो जिन कारणों से शहर ने विश्व में अपनी पहिचान बनायी है उसका अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।
वे आज रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा रोटरी बजाज भवन में आयोजित व्यवसायिक सेवा सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होनें कहा कि झीलों के बिना शहर के अस्त्वि की कल्पना करना संभव नहीं है। इसे बचाने के लिए झीलों के आस-पास निवासियों को स्वंय पहल करते हुए संवदेनशील बनना होगा तो ही वर्तमान स्थिति दुबारा नहीं आएगी। झीलों के संरक्षण को लेकर न्यायालय में वर्ष 1997 में पहली बार जनहित याचिका दायर हुई थी तब से लेकर अब तक इन 15 वर्षो में हमनें झीलों के प्रति चिन्तन क्यो नहीं किया।
उन्होंने कहा कि पहाड़ों के संरक्षण को लेकर माउण्ट आबू की की तरह ही एक्ट बनाया जाना चाहिए, तभी इस सुन्दर शहर का चहुंमुखी विकास हो पाएगा। पहाड़ इस शहर की सुन्दरता के प्रतीक हैं। यदि पहाड़, झीलें, विरासत सुरक्षित रहेंगे तो ही शेष विश्व की नजरें निश्चित रूप से इस ओर उठेगी।
इनका सम्मान : रोटरी क्लब उदयपुर की ओर से विभिन्न राजकीय विभागों में कार्यरत श्रेष्ठ एंव अनुकरणीय सेवा कर्मियों कुंवरसिंह चौहान,प्रिन्स थोमस,चन्द्रप्रकाश जीनगर,कल्पना जैन, संजीव दशोरा, हेमन्तसिंह, भंवरलाल भील, नरेश कुमार चौबीसा, रिंकेश गुप्ता, डॅा. ललित गन्धर्व, नरोत्तम गौड़, अशेाक कुमार लोढ़ा, शभूसिंह चौहान, चन्द्रप्रकाश जीनगर, रामेश्वर प्रसाद शर्मा व सुनीता शर्मा को व्यवसायिक सेवा सम्मान कमेटी के चेयरमेन सी. पी. तलेसरा ने उपरना, सहायक प्रान्तपाल रमेश चौधरी ने शॉल ओढ़ाकर, रोटरी सर्विस ट्रस्ट के चेयरमैन महेन्द्र टाया ने श्रीफल भेंटकर, वरिष्ठ पत्रकार राजेश कसेरा ने प्रशस्ति पत्र, क्लब अध्यक्ष सुशील बांठिया व सचिव ओ.पी.सहलोत ने उपहार तथा पूर्व प्रान्तपाल निर्मल सिंघवी ने स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
प्रारम्भ में क्लब अध्यक्ष सुशील बांठिया ने कहा कि क्लब ने 17 जनों को नहीं वरन् 17 परिवारों को सम्मानित कर स्वंय को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। इनके सम्मान से निश्चित रूप से दूसरों को प्रेरणा मिलेगी। पूर्व प्रानतपाल निर्मल ङ्क्षसंघवी ने पत्रकार कसेरा का परिचय दिया। रमेश चौधरी व महेन्द्र टाया ने कसरेा को स्मृतिचिन्ह प्रदान किया। अंत में सचिव ओ. पी. सहलोत ने कहा कि क्लब द्वारा 15 दिसंबर को नाईयों की तलाई स्थित तेरापंथ भवन में नि:शुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर आयोजित किया जाएगा। संचालन निराली जैन ने किया। प्रारम्भ में स्नेहलता सहलोत ने ईश वंदना प्रस्तुत की।