Udaipur. महावीर युवा मंच ने दानवीर भामाशाह की 466 वीं पुण्यतिथि पर सुबह 8.30 बजे हाथीपोल स्थित भामाशाह सर्किल पर भामाशाह की प्रतिमा के समक्ष माल्यामर्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धापूर्वक स्मलरण किया गया।
मंच के मुख्य संरक्षक प्रमोद सामर ने बताया कि भामाशाह की प्रतिमा को फूल एवं माल्यार्पण करने के पश्चाकत् मंच के सदस्यों ने एक साथ खड़े होकर दानवीर भामाशाह के पदचिह्नों पर चलते हुए देश के लिए तन-मन-धन से समर्पित होने का संकल्प किया।
मुख्य अतिथि पूर्व गृहमंत्री नगर विधायक गुलाबचन्द कटारिया ने कहा कि ‘जो मेरा है सौराष्ट्रर का’ की अवधारणा को मूर्त रूप देकर, मेवाड़ को सर्वस्व समर्पित कर दानवीरता की परम्परा का सूत्रपात किया। मेवाड़ की शौर्य भूमि पर स्वप्न, संकल्प, संघर्ष व सफलता की सार्थक जीवनी शक्ति का पर्याय है भामाशाह। भामाशाह ने मैदानी जंग में ही जौहर नहीं दिखाया अपितु युद्ध के आर्थिक मोर्चे पर भी अपनी अद्भुत प्रतिभा का परिचय दिया। भामाशाह ने आजादी की इस लड़ाई में हरावल दस्ते में अग्रणी रह कर अपनी स्वामीभक्ति, स्वदेश प्रेम एवं स्वावलम्बन का परिचय दिया। समारोह की अध्यक्षता करते हुए सभापति रजनी डांगी ने कहा कि भामाशाह की स्मृति में हाथीपोल स्थित इस सर्कल को संस्थाओं के सहयोग से पूर्ण रूप से विकसित करते हुए भव्यता प्रदान की जाएगी जिससे देश-विदेश के पर्यटकों को मेवाड़ के इतिहास से साक्षात् परिचय हो एवं प्रेरणा प्राप्त हो।
मंच के अध्यक्ष नीरज सिंघवी ने कहा कि भामाशाह सम्पन्न वैश्यप परिवार में भी जन्म लेकर भी मात्र एक व्यवसायी नहीं थे। वह वीर, साहसी, नीतिज्ञ, कुशल प्रबन्धक, परम स्वामीभक्त, उदारमना व योग्य प्रशासक थे। मेंवाड़ के गरीमामयी ‘प्रधान’ के पद पर रहते हुए उन्होंने कुशलतापूर्वक प्रशासनिक और सैनिक कार्यवाहियों को सम्पन्न किया। देशभक्ति और स्वामित्व में वे अद्वितीय योद्धा थे। मंच संरक्षक प्रमोद सामर, महामंत्री संजय नागौरी ने भी संबोधित किया। कटारिया ने दिनेश जैन के 10 फीट लम्बे भामाशाह की जीवनी के पोस्टर का विमोचन किया। कार्यक्रम में मंच के पूर्व अध्यक्ष राजेश चित्तौड़ा, सहवृत पार्षद राजेश जैन, अजय पोरवाल, पूर्व महामंत्री आलोक पगारिया, अश्विनी बाजार व्यापार संघ के अध्यक्ष जयेश चंपावत, अजय मेहता, रमेश सिंघवी सहित कई नागरिक उपस्थित थे।