Udaipur. श्री केशरियानाथ राजेन्द्रसूरिश्वर के जिन मंदिर काया स्थित राजेन्द्र शांति विहार में 186 वीं जन्म जयंती व 106 वां निर्वाण दिवस गुरु सप्तमी महापर्व मुनिराज जयरत्नविजय के मार्गदर्शन से राजेन्द्रसूरि जैन स्मारक संघ व राजेन्द्र सूरि जैन सेवा संस्थान के तत्वावधान में धूमधाम से मनाया गया।
मंगलाचरण साध्वी अरिष्ठरत्नाश्रीजी ने गुरूगुण इकत्तीसा के पाठ से किया। धर्मसभा में गुरुदेव के व्यक्तित्व एवं कृतित्वत पर सेवानिवृत व्याख्याता (प्राकृत एवं जैनोलोजी) मानमल कुदाल ने भावपूर्ण प्रस्तुति दी। संस्थान के महामंत्री अरूण कुमार बड़ाला ने संस्थान की त्रिवार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। सभा को चांदमल विराणी, दिनेश संचेती, प्रवीणा सर्राफ, अमित विराणी ने सम्बोधित किया। भगवतीलाल दक ने ओजस्वी कविता गुरुदेव को समर्पित की। राजेन्द्र शांति विहार के ट्रस्टी एवं आयोजन के मार्गदर्शक दिनेश ’यति’ ने आगन्तुक महानुभावों का आभार जताया। साथ ही गुरूदेव की अष्ठप्रकारी पूजा धूमधाम से कराई। संस्थान के अध्यक्ष जीवनसिंह मेहता ने गुरुदेव की मंगलकारी एवं चमत्कारी घटनाओं का वर्णन किया।
भगवान की एवं गुरूदेव की आंगी रचना, स्वामी वात्सल्य, पूजन का लाभ रमेश भाई, छगनलाल तगा सेठ निवासी धानसा हाल मुकाम कलकत्ता ने लिया। अष्टप्रकारी पूजन मातुश्री सज्जनदेवी बड़ाला एवं स्व. पूरण मल बड़ाला की स्मृति में बड़ाला परिवार खेरोदा वालों ने एवं पूजन के पश्चात् प्रभावना का लाभ गजराज हिमांशु चपलोत एवं 108 दीपक की आरती का लाभ के. के. सिंघवी निवासी अहमदाबाद वालों ने भक्तिभाव से किया। सायंकालीन भक्ति का आयोजन शंखेश्वर पार्श्व नाथ राजेन्द्रसूरि जैन शताब्दी मंदिर धूलकोट चौराहा, आयड़ में किया जहां वजावत परिवार ने सभी धर्मप्रेमी का स्वागत बहुमान एवं प्रभावना का लाभ लिया। संचालन राजेन्द्र सूरि जैन सेवा संस्थान के महामंत्री अरूण कुमार बड़ाला ने किया।