भाजपा के दो पुराने दिग्गजों ने किया अतीत का स्मरण
Udaipur. भारतीय जनसंघ के जमाने के दो दिग्गज नेता हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार व खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष भानुकुमार शास्त्री सोमवार को मिले। दोनों के बीत अतीत के संस्मरणों को अपने सहयोगियों के साथ साझा किया।
दोनों ने भारतीय जनसंघ से भाजपा तक कश्मीर आन्दोलन, दीनदयाल उपाध्याय, भैरोसिंह शेखावत, अटल बिहारी वाजपेयी से जुडी घटनाओं सहित विविध विषयों पर चर्चा कर अपने व संगठन के अतीत का स्मरण किया। अपने पुराने साथी भानुकुमार शास्त्री से मिलने शांताकुमार उनके शिवाजी नगर स्थित आवास पर पहुंचे। शास्त्री ने उनका स्वागत करते ही शांता कुमार से पूछा – ‘‘वाजपेयी जी कैस है ?’’ तो उन्होंने बताया कि वे कुछ दिनों पूर्व वे वाजपेयीजी की कुशलक्षेम पूछने गये थे। उन्हें वाजपेयी के स्वास्थ्य स्थिति देखकर मुझे बडी पीड़ा हुई। जिन वाजपेयी की ओजस्वी वाणी को सुनने के लिए समय भी ठहर जाता था। उन्हें स्वास्थ्य सम्बन्धी प्रतिकूलता के चलते मन में क्षोभ हुआ। कश्मीर आन्दोलन की चर्चा करते हुए शास्त्री ने कहा कि वे उदयपुर से सुन्दरसिंह भण्डारी के नेतृत्व में श्यामलाल कुमावत के साथ जेल गये थे। वहां रात में रावी नदी को तैरकर पार किया था। भण्डारी ने सभा आयोजित कर मुझे भाषण देने खड़ा किया। जाजम पर एक भी श्रोता नहीं देखकर शास्त्री ने भण्डारी से पूछा भाषण किसे दें? तो भण्डारी ने कहा दीवारों को भी भाषण दो, लेकिन दो जरूर।
शांता कुमार ने कहा कि वे संघ के प्रचारक जीवन से लौटकर आये थे। एक विद्यालय में नौकरी प्रारम्भ किये मात्र 17 दिन हुए थे और संघ के प्रचारक ने कश्मीर जाने का निर्देश दिया। अपनी बहन की शादी की तैयारी व अपनी नौकरी छोड़कर शांताकुमार कश्मीर आन्दोलन में जेल गये और नो माह बाद छूटकर घर आये। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता धर्मनारायण जोशी, पूर्व पार्षद दिग्विजय श्रीमाली, विजय प्रकाश विप्लवी, शास्त्री के अनुज पद्म कुमार शर्मा व पुत्र ऋषिकेश शर्मा भी मौजूद थे। इससे पूर्व भाजपा नेता विजय गोधा के अशोकनगर स्थित आवास पर भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट, महामंत्री लोकेश द्विवेदी, चन्द्रसिंह कोठारी, राजेन्द्र बोर्दिया, दिलीपसिंह राठ़ौड, नानालाल बया, फूलसिंह मीणा ने शांता कुमार का स्वागत किया।